नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उनके कार्यालय की कुर्की को शक्तियों का दुरुपयोग और प्रतिशोध की भावना से प्रेरित बताया है और कहा कि उन्हें न्याय मिलने का पूरा भरोसा है।
वाड्रा ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा कि निर्दय उत्पीड़न!! मेरे पास छिपाने लायक कुछ नहीं है। मैं कानून से ऊपर नहीं हूं। मैं लगभग छह दिन रोजाना आठ से 12 घंटे तक उपस्थित हो रहा हूँं और इस बीच मुझे सिर्फ खाने के लिए 40 मिनट का अवकाश दिया जाता है।
शौचालय जाते समय भी मुझे अकेले नहीं जाने दिया जाता। मैं पूरी तरह से सहयोग कर रहा हूं और जब भी मुझे देश के किसी भी हिस्से में बुलाया गया है मैंने कानून का पालन किया है।
उन्होंने शुक्रवार को निदेशालय द्वारा उनके कार्यालय तथा कंपनियों की संपत्तियों को कुर्क किये जाने के बारे में आरोप लगाया कि मेरे कार्यालय और अदालत में विचाराधीन क्षेत्रों की कुर्की से साफ है कि शक्तियों का दुरुपयोग और प्रतिशोध की भावना से कार्रवाई हो रही है। मुझे विश्वास है कि मुझे न्याय मिलेगा।
दिल्ली की एक अदालत द्वारा जाँच में सहयोग के निर्देश पर वाड्रा विदेशों में अवैध संपत्ति रखने के मामले में 06 फरवरी को प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुए थे। उन पर आरोप है कि उन्होंने लंदन के ब्रायनस्टोन स्क्वायर में हवाला के पैसे से 19 लाख पाउंड की संपत्ति खरीदी है और वह उसके अवैध मालिक हैं।
इस मामले में अदालत ने उन्हें पहले 16 फरवरी तक की अंतरिम जमानत दी थी और शनिवार को अदालत ने जमानत अवधि बढ़ाकर 2 मार्च कर दी है।