जयपुर। परिवर्तन सत्ता के बल पर नहीं बल्कि समाज के भीतर जन्म लेता है। अच्छी पहल कर सकारात्मकता बढ़ाकर समाज के बल पर परिवर्तन लाया जा सकता है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम ने संघ के सान्निध्य में भारतीय अभ्युत्थान समिति जयपुर की ओर से आयोजित सामाजिक सदभावना बैठक को संबोधित करते हुए आज यह बात कही।
निम्बाराम ने कहा कि समाज में जीवन मूल्य, नैतिक मूल्य व सदाचार को लेकर चलने की क्षमता है। इसलिए समाज की भूमिका बड़ी है। हम सभी समाज का हिस्सा हैं। इसलिए समाज को एकजुट होकर चलना है। सामाजिक समरसता की महती भूमिका है। हम सभी हिन्दू समाज के घटक हैं। कोई हिन्दू पतित नहीं है।
उन्होंने कहा भेदभाव या छुआछूत का हिन्दुत्व में कोई स्थान नहीं है। समाज में इस दिशा में परिवर्तन लाने की आवश्यकता है। आज यह नकारात्मकता समाज से विलुप्त हो रही है। अब बदलाव आया है।
कार्यक्रम में विभिन्न समाजों के पदाधिकारियों ने भाग लिया। सभी प्रतिभागियों ने इस बात पर सहमति जताई कि सभी समाजों को एक साझा एजेंडा लेकर चलना चाहिए। हिन्दू समाज में अनुसूचित जाति, वाल्मिकी समाज से लेकर ब्राह्मण, वैश्य सभी समाजों के लोग समाहित हैं। हमें प्रत्येक समाज को साथ लेकर आगे बढ़ना होगा।
बैठक में समाज के प्रतिनिधियों ने महिला उत्पीड़न से लेकर विभिन्न विषयों पर चिंता व्यक्त की। साथ ही समाजों के बीच एकता स्थापित करने व परस्पर आलोचना से बचने की बात कही गई।