मैं अपनी मां का शरीफ और पढ़ाकू बेटा था कि,
एक पगली लड़की मेरी जिंदगी में आई और मुझे बेवड़ा बना गई
जो कभी लड़की नहीं पटा पाते वही लड़की की फोटो पे सबसे पहले nice dp लिखते हैं।
जब भी किसी रेस्टोरेंट या गार्डन में जाता हूँ और कपल्स को
बैठे हँसते हुए देखता हूँ ••
कसम से एक ही बात मन में आती है, एक दिन रोयेंगे सब के सब।
ओलम्पिक में गोल्ड है इसलिए बहनें जीत रही हैं,
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अगर गोल्ड-फ्लैक होती तो अपने भाई भी हुनर दिखाते…
केवल दो तरह के आदमी स्त्रियों को नही समझ पाते…
‘ कुंवारे’ और ‘विवाहित’ और जिन्होंने समझ लिया वो बेचारे ‘साधू’ बन गए…!!
जब दस साल का लौंडा भी “ज़िन्दगी ने ज़िन्दगी भर गम दिए” जैसे गाना गाते दिखे तो समझ लीजिए कि 3-4 दिन से उसके घर में करेले, बैंगन या लौकी की सब्जी बन रही है।
किस्मत मे लड़कियो का इतना अकाल है…
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कि अगर कस्टमर केयर मे फोन लगा दूं…
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… तो भी हमेशा लड़का ही उठाता है……