सबगुरु न्यूज-माउंट आबू। उपखंड अधिकारी द्वारा शुक्रवार को अचानक टैंकर्स, कुएं और बोरिंग्स सीज करने के बाद फैले असंतोष का शनिवार को निस्तारण हो गया। आबू संघर्ष समिति, होटल एसोसिएशन ऑफ माउंट आबू (HAMA) और टैंकर एसोसिएशन की बैठक के बाद उपखंड अधिकारी से इस मुद्दे पर चर्चा की गई। उन्होंने सीज करने का कारण बताते हुए शहर में टैंकर से जल वितरण की व्यवस्था बहाल करने और सीज किये गए टैंकर्स और कुओं को न्यूनतम जुर्माने के साथ छोड़ने पर सहमति जताई।
-ये हुआ निर्णय
उपखंड अधिकारी कार्यालय में माउंट आबू संघर्ष समिति, टैंकर मालिकों और शहर के गणमान्य लोगों के साथ हुई बैठक में टैंकर्स की दरें तय की गई। इसमें घरों में उपयोग के लिए 1200 रुपये और होटल्स आदि में 1500 रुपये प्रति टैंकर की दर निर्धारित की गई। लेकिन मकान ऊंचाई पर होने पर प्रति घण्टा 100 रुपये पम्पिंग चार्ज अतिरिक्त लिए जाने पर भी सहमति हुई। इसके अलावा पीएचईडी की सूची के अनुसार कच्ची बस्तियों में निशुल्क टैंकर सप्लाय पर भी सहमति बनी।
-इसलिए हुए सीज
चर्चा के दौरान उपखंड अधिकारी ने बताया कि ओरिया पंचायत और कच्ची बस्तियों में टैंकर से जल सप्लाई के लिए पंचायत ने एक टैंकर मालिक से बात की थी। इस पर टैंकर मालिक ने ज्यादा दर बताई और पेयजल वितरण को मना कर दिया। इस पर शिकायत आई तो उन्हें पेयजल आपूर्ति के लिए बोरिंग और टैंकर सीज करने पड़े।
-बैठक में सामने आई ये बात
इससे पहले आबू संघर्ष समिति और टैंकर एसोसिएशन के लोगों की रावण घाट स्थित बगीचे में चर्चा हुई। इसमें पार्षद ने बताया कि अचानक टैंकर बन्द किये जाने के बाद उन्होंने उपखंड अधिकारी से बात के लिए फ़ोन मिलाया। इस दौरान उन्होंने मंत्री रघु शर्मा और भंवर जितेंद सिंह से बात की।
मुख्यमंत्री कार्यालय में भी इस समस्या पर चर्चा करके पेयजल को लेकर जो समस्या थी उस पर बात की। रात को उपखंड अधिकारी का फ़ोन आया तो उन्होंने बताया कि कच्ची बस्ती में पानी सप्लाई नहीं करने और ग्रामीण क्षेत्रो में पानी की सप्लाय ज्यादा दाम पर करने की शिकायत मिली है।
वही मांगीलाल काबरा ने भी उपखंड अधिकारी से हुई वार्ता के बारे में बताया। उन्होंने भी ज्यादा दरें लिए जाने की उपखंड अधिकारी के पास आई शिकायतों की बात बैठक में की।
-टैंकर मालिकों ने ज्यादा दर का ये कारण बताया
बैठक में टैंकर मालिकों ने बताया कि एक टैंकर भरने में कम से कम 2 से 3 घण्टे लग रहे हैं। ऐसे में व्यावसायिक विद्युत कनेक्शन होने के कारण बोरिंग और कुएं मालिकों को टैंकर भरने का खर्चा भी ज्यादा आ रहा है तो वो 500 रुपये तक टैंकर भराई शुल्क ले रहे हैं।
इसके अलावा जहाँ सामान्य दिनों में 6 मिनट में टैंकर भर जाता था उसमें 2-2 घण्टे का समय लगने से टैंकर के फेरे भी कम हो रहे हैं। ऐसे में ट्रेक्टर की किश्तें आदि के खर्चे निकलने के लिए वे 1800 रुपये तक टैंकर दे रहे हैं। उन्होंने 3000 रुपये तक में टैंकर सप्लाई करने की अफवाह को निराधार बताया।
-फोन नही उठाने को लेकर बहस
उपखंड अधिकारी द्वारा जनप्रतिनिधियों के फ़ोन रिसीव नहीं करने को लेकर भी बहस हुई। संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुनील आचार्य ने कहा कि बैठक स्थल से कई बार उनको फोन करने पर उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसे लेकर उपखंड अधिकारी कार्यालय में आचार्य ने कड़ी आपत्ति जताई। अंततः उपखंड अधिकारी ने कहा कि आपको समस्या फोन नहीं उठाने को लेकर है या पानी की है।
-स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाई
माउंट आबू में पानी की दिक्कत को देखते हुए माउंट आबू उपखंड अधिकारी ने यहां ग्रीष्मकाल में चलने वाली स्कूलों की छुट्टियां 10 दिन बढ़ गई है। अब ये विद्यालय 22 जून को खुलेंगी।