सबगुरु न्यूज-सिरोही। सत्ता चरित्र। जो भी करवा देवे वो कम है। भाजपा से भी करवा दिया। राष्ट्रीय नेतृत्व ने प्रदेश के, प्रदेश ने जिले के, जिले ने मंडल के तो मंडल ने बूथ के कार्यकर्ताओं का शोषण किया। परिणिति ये हुई कि मंगलवार को जिला भाजपा चुनाव के दौरान जबरदस्त हंगामा हुआ
गाली गलौच भी हुआ, बस मारपीट होते- होते रह गई। इस गुस्से के पीछे एक वजह वो नाम वापसी फार्म भी रहा जिसे भरे बिना संरचना के लिए जिलाध्यक्ष और प्रदेश प्रतिनिधि के पद के चयन के आवेदन नहीं लिए जा रहे थे। भाजपा प्रदेश कार्यालय ने जिले में मंगलवार को संरचना यानि संगठन चुनाव की तिथि तय की।
जिलाध्यक्ष और प्रदेश प्रतिनिधियों के लिए आवेदन होने थे। 12 बजे से दो बजे तक के बीच आवेदन हो गए। आवेदन कर्ताओं को आवेदन करने से पहले नाम वापसी फार्म भरकर देना था। इसके बिना आवेदन लिए नहीं जा रहे थे। ताकि प्रदेश से ही तय कर दिए गए नाम की घोषणा करने पर इनका इस्तेमाल करके चुनाव को टाला जा सके।
इससे बूथ और मंडल कार्यकर्ताओं को लग गया कि अब उन पर जिलाध्यक्ष और प्रदेश प्रतिनिधि भी मंडल अध्यक्षों की तरह थोपा जाएगा। जैसे ही आवेदन का समय खतम हुआ चुनाव प्रभारी दिनेश भट्ट और सह प्रभारी दीपाराम पुरोहित से मिलने के लिए रेवदर और कालंद्री मंडल के पदाधिकारी पहुंचे। इनमें अध्ािकांश मूल संगठन और युवा मोर्चा से जुड़े हुए थे। पीछे पीछे कैलाशनगर के निवर्तमान अध्यक्ष गणपतसिंह भी पहुंच गए।
इन लोगों ने मंडल अध्यक्ष चुनावों को लेकर मनमर्जी करने का आरोप लगाया। जिला चुनाव के लिए आए प्रभारी ही मंडल चुनावों के प्रभारी भी थे। ऐसे में ये गुस्सा फूटना लाजिमी था। करीब बीस मिनट चले इस हंगामे में स्थिति यहां तक पहुंची की आवाजें सडक़ तक आने लगी। सदस्यता अभियान के प्रभारी योगेंद्र गोयल पर भी गणपतसिंह ने जबरदस्त नाराजगी जताई।
रेवदर मंडल से अनिल अग्रवाल को मंडल अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। इन्हें लेकर वगताराम, कैलाश जोशी, दीपेंन्द्रसिंह, प्रकाशकुार आदि ने यह आपत्ति रखी कि उन्हें बताया होता तो चालीस साल की उम्र के बाद दूसरे लोग भी मंडल अध्यक्ष की दौड़ में शामिल होते। सबसे ज्यादा समस्या कैलाशनगर और कालन्द्री मंडल को लेकर हुई।
वहां के निवर्तमान अध्यक्ष गणपतसिंह देवड़ा और नैनूसिंह का आरोप था कि जो व्यक्ति बूथ कार्यकारिणी का सदस्य और बूथ अध्यक्षों का समर्थन नहीं ला पाया उन्हें अध्यक्ष मनोनीत कर दिया। इनका आरोप था कि प्रवासी रहने वाले व्यक्ति को मूल संगठन का पदाधिकारी बना दिया। चुनाव प्रभारी दिनेश भट्ट ने कहा कि वह सिर्फ संगठन के डाकिया हैं। मनोनयन और नियुक्ति उनके हाथ में नहीं है।
इस पर सभी भडक़ गए। विवाद बढ़ा तो इस बीच चुनाव सह प्रभारी दीपाराम पुरोहित कोना देखकर निकल लिए। फिर सभी असंतुष्ट चुनाव प्रभारी पर ही गुस्सा निकालने लगे। इनका आरोप था कि जिलाध्यक्ष, पूर्व विधायक और जिला प्रमुख द्वारा तय किए गए नामों को ही नियुक्त कर दिया गया।
गणपतसिंह ने प्रभारी के सामने आरोप लगाया कि मंडल चुनावों के लिए उनके मंडल में मदनसिंह थल को चुनाव प्रभारी बनाया गया था। सभी बूथ अध्यक्षों की सहमति पर उन्हें मंडल अध्यक्ष नियुक्त करके थल ने नियुक्ति पत्र भी दिया, लेकिन जब घोषणा हुई तो कुछ भी वैसा नहीं हुआ जैसा मंडल चुनावों में होना था।
कैलाश नगर के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि वहां मंडल अध्यक्ष, किसान मोर्चा अध्यक्ष और युवा मोर्चा अध्यक्ष की नियुक्ति में पूरी तरह जातिवाद किया गया है। वहीं कालंद्री मंडल के वर्तमान अध्यक्ष नैनूसिंह ने कहा कि उन लोगों ने बूथ अध्यक्षों की सहमति से अतिक रावल का नाम मंडल अध्यक्ष के लिए प्रस्तावित किया था।
उनका आरोप था कि जिन्हें मंडल अध्यक्ष बनाया गया वह वहां स्थायी रूप से रहते भी नहीं है और न ही उनके नाम को लेकर बूथ में सहमति पत्र भेजा था। इस पर भी उन्हें नियुक्त कर दिया गया। भाजयुमो जिलाध्यक्ष हेमंत पुरोहित आदि वरिष्ठ पदाधिकारियों ने मध्यस्थता करके मामला निपटाया।
-इन्होने भरे आवेदन
मंगलवार को भाजपा जिला कार्यालय में भाजपा के संगठनात्मक चुनाव के तहत जिला अध्यक्ष एवं प्रदेश प्रतिनिधि पद के लिए आवेदन पत्र भरे। जिला मीडिया प्रभारी चिराग रावल ने बताया कि जिले में भाजपा जिला अध्यक्ष व प्रदेश प्रतिनिधि के लिए जिला चुनाव अधिकारी दिनेश भट्ट एव जिला चुनाव सहायक दीपाराम पुरोहित के समक्ष आवेदन पत्र भाजपा जिला कार्यालय में पेश किए गए।
जिसमें जिलाध्यक्ष पद व प्रदेश प्रतिनिधि पद के लिए उम्मीदवारों ने अपना अपना आवेदन पत्र प्रस्तुत किया। जिसमें जिला अध्यक्ष के लिए कुल 7 फॉर्म प्राप्त हुए। वहीं प्रदेश प्रतिनिधि के लिए 11 फॉर्म प्राप्त हुए। जिसमें जिला अध्यक्ष के लिए वर्तमान जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित,वीरेंद्र सिंह चौहान,हिम्मत राम पुरोहित,पायल परसरामपुरिया,अशोक पुरोहित,अशोक रावल हेमंत पुरोहित के फार्म प्राप्त हुए।
वहीं प्रदेश प्रतिनिधि के लिए पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष तारा भंडारी पूर्व जिला अध्यक्ष लुंबाराम चौधरी,मगनलाल कोली,रतन लाल गरासिया,जबर सिंह चौहान,गणपतसिंह देवड़ा हेमंत पुरोहित,जुझार सिंह,सुरेश सिदल,दोलाराम वक्ता राम,धनाराम मीणा आदि के फॉर्म प्राप्त हुए।