दिग्गज दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनी आइडिया सेलुलर के गत वित्त वर्ष 31 मार्च 2018 को खत्म हुए चौथे क्वार्टर के नतीजे आ गए हैं। बीते वित्त वर्ष के चौथे क्वार्टर में कंपनी का घाटा तकरीबन 3 गुना बढ़कर लगभग 930.6 करोड़ रुपए हो गया है। इसी अवधि में एक साल पहले कंपनी का घाटा लगभग 327.70 करोड़ रुपए रहा था।
कुल इनकम घटी
वहीं आइडिया के चौथे क्वार्टर में साल दर साल आधार पर कुल इनकम भी 24 फीसदी कम हुई है। चौथे क्वार्टर में कंपनी की कुल इनकम लगभग 6,137.3 करोड़ रुपए है। जबकि बीते साल इसी अवधि में कंपनी की कुल इनकम तकरीबन 8,194.50 करोड़ रुपए रहा थी। वहीं 2017-18 में आइडिया को नुकसान 4,139.90 करोड़ हो गया है। जबकि 2016-17 में कंपनी का नुकसान 404 करोड़ रुपए रहा था।
कंपनी ने क्या कहा
आइडिया सेल्लुलर की ओर से जारी बयान के मुताबिक इस साल के दौरान दो निगेटिव फैक्टर का असर नतीजों पर पड़ा। कंपनी ने यह कहा कि दूरसंचार इंडस्ट्री के डाटा और कॉलिंग की गलाकाट प्रतिस्पर्धा की वजह से कंपनी को बहुत नुकसान हुआ है। इसके अलावा विपरित नियामक परिस्थितियां भी नुकसान की वजह बनी हैं। कंपनी ने आगे कहा कि आइडिया और वोडाफोन इंडिया के बीच मर्जर की प्रक्रिया आखिरी पड़ाव पर है। कंपनी को यह अनुमान है कि इस कैलेंडर ईयर के पहली छमाही तक मर्जर की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।