अजमेर। राजस्थान रोडवेज यूनियनों के प्रदेश स्तरीय संयुक्त मोर्चा के आहवान पर बुधवार को कर्मचारियों ने राज्य सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में जमकर नारेबाजी की। बस स्टेंड परिसर में रैली निकाली तथा एक घंटे तक बसों के चक्का किया। हाईवे पर चल रही बसों को ढाबों के किनारे खडा कर रोष जताया।
रोडवेज यूनियनों के पदाधिकारियोंव नेताओं ने कहा कि सरकार ने उनके साथ धोखा किया है।चुनाव से पहले समर्थन मांगने आए कांग्रेस के नेताओं ने रोडवेज के उत्थान को लेकर कई वादे किए। बीजेपी सरकार में किए गए आंदोलन के दौरान कांग्रेसियों ने नई बसों की खरीद करने, लोक परिवहन सेवा बंद करने, नए उपकरण देने, खाली पदों पर भर्ती करने, कर्मचारियों के बकाया एरियर व डीए की मांग पूरी करने का वादा किया था।
इन्हीं मांगों को लेकर बीते माह उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के गृह क्षेत्र टोंक में रैली निकालकर चुतावनी दी गई। मांगे शीघ्र पूरी नहीं की गई तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के क्षेत्र जोधपुर में ऐतिहासिक रैली निकाली जाएगी। यह सरैली सरकार के लिए चेतावनी होगी। कांग्रेस सरकार को यह समझ लेना चाहिए कि जिस तरह बीजेपी की सरकार कर्मचारी विरोध के चलते सत्ता से बेदखल हो गई उसी तरह कांग्रेस सरकार को भी सबक सिखाया जाएगा।
रोडवेज के सभी कर्मचारियों ने दोपहर में एक बजे से दो बजे तक हडताल रखी। इससे गंतव्य तक जाने के लिए बस स्टेंड आए यात्रियों को परेशानी का सामना करना पडा। चक्का जाम में चालक परिचालकों ने भी पूरा समर्थन दिया। जो बसे मार्ग में थीं उन्हें भी ब्रैक लगा दिए गए। कई बसे तो बस स्टेंड के आस खडी कर दी गईं। इससे जाम की स्थिति बन गई।