नई दिल्ली। साधन की अपेक्षा साध्य पर भरोसा रखकर अपेक्षित परिणाम प्राप्त किया जा सकता हैं। कार्यकर्ता कार्य को करने वाला साधक है और कार्य को सुचारू रूप से करने के लिए कार्यालय निर्माण होता हैं। उक्त विचार भारतीय किसान संघ के प्रशासनिक कार्यालय के लोकार्पण समारोह के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने व्यक्त किए।
सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि हमें विपरीत परिस्थितियों में भी कार्य को सही ढंग से करना है, हम ध्येय के लिए कार्य करते हैं स्वार्थ के लिए नहीं। न हमारा स्वार्थ है और न ही हमारे संगठन का। भारत का किसान समर्थ हो, समस्या मुक्त हो और भारत को परम वैभव बनाने में योगदान दे।
भागवत ने कहा कि भारत को परम वैभवशाली बनाना विश्व की सुखशांति के लिए अनिवार्य हो गया है। इस अवसर पर संत स्वामी उत्तम महाराज ने भी देश के विभिन्न प्रांतों से आए किसान संघ के सैकड़ों कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को संबोधित किया साथ ही नवीन भवन परिसर में अतिथियों द्वारा पौधारोपण भी किया गया।
लोकार्पण कार्यक्रम का शुभारम्भ हवन की पूर्ण आहुति के पश्चात सुबह 11 बजे किसान संघ के शिलापट के अनावरण के साथ शुरू हुआ। मंगलवार को मकर संक्राति के शुभ अवसर पर 43 दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर ‘किसान शक्ति‘ नामकरण के साथ चार मंजिला भवन का लोकार्पण हुआ।
किसान शक्ति भवन के बारे में जानकारी देते हुए राष्टीय महामंत्री बद्रीनारायण चौधरी ने बताया कि कार्यालय भवन से किसान हित में शोध कार्य कर किसानों के विकास व उन्नति के सतत कार्य किए जाएंगे। संगठन की दृष्टि से किसान शक्ति कार्यालय देश भर में किसानों को अधिकार दिलाने व उनके हित में संघर्ष कर नीतियां बनबाने के संचालन केद्र के तौर पर कार्य करेगा। साथ ही कार्यालय देश में किसानों की आवाज को सरकार व जनमानस तक पंहुचाने के लिए सशक्त व आधुनिक मीडिया सेंटर का निर्माण किया जाएगा।
लोकार्पण कार्यक्रम के अवसर पर भारतीय किसान संघ के राष्टीय अध्यक्ष आईएन बसवेगोड़ा, महामंत्री बद्रीनारायण चौधरी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान ही भारतीय किसान संघ के अलग-अलग प्रांतों से आए वरिष्ठ कार्यकर्ताओं एवं दिवंगत वरिष्ठ कार्यकर्ता के स्थान पर उपस्थित उनके स्वजनों का सम्मान पूज्य स्वामी महाराज के हाथों द्वारा कराया गया। कार्यक्रम का संचालन हरियाणा भारतीय किसान संघ के प्रांत संगठन मंत्री विरेन्द्र ने किया।