सहारनपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने स्वयंसेवकों को राष्ट्रभक्ति का पाठ पढाते हुए कहा कि अनुशासन, नैतिकता एवं देशभक्ति की भावना के साथ काम करें और जरूरतमंदों की सेवा करने में कभी पीछे ना रहें।
सिल्वर बेल्स स्कूल, शामली में आयोजित संघ के 20 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के बौद्धिक सत्र को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि प्रशिक्षण के बाद उनकी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाएगी। वह यहां जो सीखेंगे उसे अपने जीवन में भी उतारेंगे। यहां की शिक्षा अमूल्य है।
उन्होंने संघसेवकों से शाखा में भी जाने के लिए कहा। शाखा का महत्व बताते हुए कहा कि वहां अनुशासन, नैतिकता और देशभक्ति का पाठ मिलता है। उन्होंने स्वयंसेवकों से यह भी कहा कि वे सेवा भाव से कार्य करें और जरूरतमदों की सेवा करने से कभी भी पीछे ना रहें।
उन्होंने कहा कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती। हमें हमेशा सीखने के प्रति जिज्ञासु रहना चाहिए। संघ प्रमुख शनिवार दोपहर शामली से अपने अगले कार्यक्रम के लिए प्रस्थान कर गए। सत्र के दौरान उन्होने स्वयंसेवकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दिया।