अयोध्या। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी ने विवादित श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला का दर्शन करने के बाद प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर में जाकर माथा टेका।
जोशी ने जन्मभूमि पर विराजमान रामलला का दर्शन करने के बाद पत्रकारों से कहा कि विवादित श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान दर्शन करके मैंने भगवान श्रीराम से यह मांगा है कि मेरी प्रार्थना यह है कि टेंट में रामलला का अंतिम दर्शन हो। उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थितियां बनें की दोबारा दर्शन भव्य मंदिर में हो।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में हो रही धर्मसभा का आह्वान साधु संतों से ही किया जा रहा है।रामभक्त एवं हिन्दू होने के कारण हम सभी धर्मसभा में सम्मिलित होंगे। उन्होंने कहा कि यहां रामभक्तों की बड़ी शक्ति का दर्शन होगा और धर्मसभा के माध्यम से राम मंदिर निर्माण का दुबारा संकल्प लिया जाएगा।
भैयाजी ने कहा कि 25 नवम्बर को अयोध्या में बड़ा भक्तमाल की बगिया में धर्मसभा का आयोजन किया गया है। उस स्थल को भी उन्होंने बारीकी से देखा है। इस धर्मसभा के माध्यम से राम मंदिर निर्माण के संकल्प के साथ न्यायालय से अपील की जाएगी कि करोड़ों रामभक्तों की जनभावनाओं का आदर करते हुए शीघ्र फैसला सुनावें।
उन्होंने कानून लाने के मुद्दे पर कहा कि सोमनाथ का मामला रामजन्मभूमि के मामले से भिन्न था लेकिन अब परिस्थितियां बदली हैं क्योंकि केन्द्र में और यूपी में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार है, इसलिए अपने अधिकारों का प्रयोग करे। उन्होंने कहा कि कानून बनाना या ना बनाना सत्ता में बैठे नेताओं का काम है।