अलवर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने कहा है कि जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर की समस्या के समाधान के लिए जुटी है, उससे शीघ्र समाधान की उम्मीद बंधी है।
इंद्रेश ने राजस्थान के अलवर में एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद पत्रकारों से कहा कि उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पांच साल में जम्मू कश्मीर समस्या का समाधान निकल जाएगा।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में पत्थरबाजों, पाक का झंडा लहराने वालों के खिलाफ भारत सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। इन लोगों को भड़काने में जो विदेशी धन का उपयोग होता था उस पर अंकुश लगाकर आतंकवाद की कमर तोड़ी है।
इंद्रेश ने कहा कि आतंकवादियों को देखते ही गोली मारने के आदेश, पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई और चीन से सावधान रहने से भारत ने काफी हद तक आतंकवाद पर काबू पाया है। भारत में अलगाववाद एवं आतंकवाद जड़ से खत्म हो जाएगा। केंद्र सरकार इस मामले में जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है।
उन्होंने जम्मू कश्मीर की समस्या को लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की आलोचना करते हुए कहा कि 1948 में एकतरफा युद्धविराम करके उन्होंने जो पाक अधिकृत कश्मीर बनाया था, वह विवाद की जड़ था। सम्पूर्ण देश के मुसलमान जब एक संविधान एक प्रधानमंत्री एक राष्ट्रपति एक झंडे के नीचे रह सकते हैं तो चंद लोगों के लिए उन्हें क्या दिक्कत है।
उन्होंने कहा कि जो असंतुलन है उसे शीघ्र दूर किया जा रहा है। कश्मीरियों के लिए हिंदुस्तान के दरवाजे खुले हैं और हिंदुस्तान के लिए कश्मीरियों के दरवाजे खुलने चाहिए। इंद्रेश ने कहा कि जम्मू कश्मीर के लिए विशेष रूप से बनाई गई 370 धारा अस्थाई रूप से है और यही धारा अलगाववाद एवं आतंकवाद भड़काने का काम करती है।
इसी ने देश की अखंडता को संकट में डाला हुआ है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को कश्मीर घाटी के भटके नौजवानों को शिक्षा और रोजगार मुहैया कराकर मुख्यधारा में लाना चाहिए।