बागपत। उत्तर प्रदेश में बागपत जिले के बिनौली क्षेत्र में कथित पुलिस उत्पीड़न के चलते राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ता के पुत्र ने आत्महत्या कर ली। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने 13 पुलिसकर्मियों को लाइनहाजिर कर दिया।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने आज बताया कि सोमवार रात रंछाड़ गांव में कथित पुलिस उत्पीड़न व परिवार के लोगों को अपमानित करने से तंग होकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ता श्रीनिवास के बेटे अक्षय ने आत्महत्या कर ली थी। युवक के आत्महत्या के बाद गांव के लोग उग्र हो गए थे और उन्होंने पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई न होने तक शव को नहीं उठने दिया था।
इस घटना को गंभीरता से लेते हुए आज पुलिस अधीक्षक ने पीड़ित श्रीनिवास की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर तत्काल कार्रवाई करते हुए बिनौली थाना प्रभारी निरीक्षक चन्द्रकान्त पाण्डेय, एसएसआई ऊधम सिहं तालान, उपनिरीक्षक हरीशचन्द त्यागी, उपनिरीक्षक (प्रशिक्षणाधीन) मयंक प्रताप सिहं, मुख्य आरक्षी जितेन्द्र सिहं, मुख्य आरक्षी सलीम, आरक्षी इलियास, आरक्षी इमरान, आरक्षी दीपक शर्मा, आरक्षी अश्वनी कुमार, रिक्रूट आरक्षी राहुल, रिक्रूट आरक्षी कुलदीप व रिक्रूट आरक्षी मुरली को लाइनहाजिर किया है। उन्होंने बताया कि इसके बाद ही ग्रामीणों ने शव उठाने दिया।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य विनोद कुमार जैन एडवोकेट, राष्ट्रीय लोकदल के जिला अध्यक्ष डॉ जगपाल तेवतिया ने पुलिस अधीक्षक की इस कार्रवाई को नाकाफी बताते हुए कहा कि दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने के साथ पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान किए जाने की मांग की।