अजमेर। राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने आरोप लगाया कि राजस्थान के पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री एवं अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी द्वारा गत् दिनों राजस्थान विधानसभा में अजमेर के शहरी क्षेत्र में पहाड़ी इलाकों में अवैध बस्तियां बसाकर किए जा रहे अवैध कब्जों पर अंकुश लगाने एवं दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर गलत बयानी कर गुमराह किया है।
राठौड़ ने अजमेर प्रवास के दौरान गुरुवार को कहा कि राजस्थान विधानसभा को विधायक देवनानी ने अवगत कराया कि शास्त्री नगर, वैशाली नगर, नागफनी, बोराज, तारागढ़, आंतेड की बगीची, राजीव कॉलोनी सहित अरावली पर्वतमाला पर 250 से अधिक अवैध कॉलोनियां बस गई हैं एवं धड़ल्ले से अतिक्रमण किए जा रहे हैं। देवनानी ने विधानसभा में बताया कि राजस्थान हाईकोर्ट ने सन 2011-12 में अरावली पर्वत माला से अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे।
राठौड ने कहा कि एक ओर राजस्थान सरकार सरकारी भूमि पर बनी हुई कच्ची बस्तियों में गरीबों को आशियाना देने के लिए प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत पट्टे जारी कर रही है वहीं दूसरी ओर विधायक देवनानी राजनीतिक रोटियां सेंकने एवं सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं तथा गरीबों का आशियाना उजाडने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान हाईकोर्ट ने 2011-12 में अरावली पर्वतमाला से अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे। साल 2013 से 2018 तक प्रदेश में भाजपा की सरकार थी एवं विधायक देवनानी सरकार में शिक्षा राज्य मंत्री थे। उस समय हाईकोर्ट के आदेशों की अनुपालना क्यों नहीं की गई? जबकि अधिकतर बस्तियां विधायक देवनानी के विधानसभा क्षेत्र में है। देवनानी ने विधायक कोष से पिछले 18 वर्षों में इन क्षेत्रों में विकास कार्य कराए तथा उनका उद्घाटन भी किया है।
भाजपा विधायक देवनानी 2013 से 18 तक पहाड़ी पर हो रहे अतिक्रमण पर मूकदर्शक बनकर बैठे थे और वोटों की राजनीति कर रहे थे। अब वे गरीबों को ब्लेकमेल कर रहे हैं जो कि शर्मनाक है। राठौड़ ने देवनानी से विधानसभा एवं अजमेर शहर की जनता से माफी मांगने की मांग की।
उन्होंने बताया कि विधायक देवनानी एक जनप्रतिनिधि हैं। उनका जमीर, संवेदनशीलता और राजधर्म कहां चला गया। उनको तो राजस्थान सरकार द्वारा चलाए गए प्रशासन शहरों के संग कार्यक्रम के तहत पट्टे योग्य कच्ची बस्तियों की शिविर लगाकर फाइलें तैयार करवाकर पट्टे जारी करवाने में प्रशासन एवं आम जनता की मदद करनी चाहिए।
राजस्थान में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास
निगम अध्यक्ष राठौड़ ने पत्रकारों को बताया कि राजस्थान में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार को गिराने के षड्यंत्र में नाकाम होने के बाद भारतीय जनता पार्टी सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कुछ दिनों पूर्व ट्विटर पर ट्वीट किया कि भाजपा का राज आते ही कोई भी दंगा उपद्रव नहीं होगा। पूनियां का यह ट्वीट यह जाहिर करता है कि या तो उनके पास जादू की छड़ी है या फिर पर्दे के पीछे यही लोग खेला खेल रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि भाजपा सांप्रदायिक तनाव पैदा कर आम जनता का ध्यान महंगाई, बेरोजगारी एवं भुखमरी से भटकाने का असफल प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि धर्म एवं जाति की राजनीति कर देश एवं प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ कर तनाव का माहौल पैदा किया जा रहा है एवं युवा बेरोजगारों को रोजगार देने के बजाय धार्मिक उत्पाती एवं धार्मिक उन्मादी बनाया जा रहा हैं।
राठौड का कांग्रेसजनों ने किया स्वागत
राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड एवं केश कला बोर्ड के अध्यक्ष महेंद्र गहलोत के अजमेर पहुंचने पर कांग्रेसियों ने साफा एवं माला पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर कांग्रेसियों ने स्थानीय जन समस्याओं के बारे में राठौड को अवगत कराया।
कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने प्रशासन शहरों के संग कार्यक्रम के तहत अजमेर विकास प्राधिकरण के क्षेत्र में बसी कच्ची बस्तियों में पट्टा दिलवाने, माकडवाली रोड पर निर्मित सब्जी मंडी का लोकार्पण, दीपक नगर योजना डिनोटिफाइड करवाने, एलिवेटेड रोड का निर्माण समय पर पूर्ण करवाने, स्मार्ट सिटी के कार्यों में गुणवत्ता युक्त निर्माण, भीषण गर्मी को देखते हुए अजमेर शहर में 48 से 72 घंटे में नियमित पेयजल सप्लाई, स्मार्ट सिटी के अंतर्गत सीवरेज के कार्यों को अति शीघ्र पूर्ण करवाकर सड़कों की मरम्मत करवाने आदि पर चर्चा की।
इस अवसर पर पूर्व विधायक राम नारायण गुर्जर, डॉ राजकुमार जयपाल, राजेश टंडन, शिव कुमार बंसल, विजय नागौरा, विवेक पाराशर, डॉ संजय पुरोहित, पार्षद कुशाल कोमल, नकुल खंडेलवाल, हेमंत जोधा, सर्वेश पारीक, नौरत गुर्जर, लोकेश चारण, हरिप्रसाद जाटव, भूपेंद्र सिंह चौहान, पुनीत सांखला, जिम्मी अगनानी, मुबारक चीता, सुनील मोतियानी, ओमप्रकाश मंडावरा, अजय तेन्गोर, मयंक टंडन, हमीदा बानो, शमसुद्दीन सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद थे।