जयपुर । नई दिल्ली में स्विस दूतावास ने स्विस-भारत दोस्ती संधि की 70 वीं वर्षगांठ मनाई, जहां फेडरल काउंसलर इग्नाजियो कैसिस ने भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की। वे स्विस-भारत संबंधों पर राजनीतिक वार्ता के लिए, द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और दोनों देशों के आपसी हितों को और सुदृढ करने के उद्देश्य से नई दिल्ली में थे।
इसी श्रृंखला में, स्विस विदेश मंत्री ने आरयूजे समूह के डॉ राजेंद्र कुमार जोशी और उर्सुला जोशी को सम्मानित किया, जिन्होंने भारत और स्विट्जरलैंड के बीच मित्रवत द्विपक्षीय संबंधों में योगदान दिया है और जिन्होंने अपने दैनिक जीवन में भी स्विस-भारतीय दोस्ती को साकार किया है।
इस अवसर पर, राजेंद्र जोशी और उर्सुला जोशी को भारत में व्यावसायिक शिक्षा प्रशिक्षण के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए स्विस एम्बेसडर एंड्रेअस बॉम; फ़ेडरल कौंसिलर; और रूचि घनश्याम, मिनिस्ट्री ऑफ़ एक्सटर्नल अफेयर्स द्वारा फ्रेंडशिप एम्बेस्डर के रूप में मान्यता प्रदान की गई।
स्विट्जरलैंड और भारत ने एक-दूसरे के साथ घनिष्ठ संबंध कायम किए हैं और भारत एशिया में स्विट्जरलैंड का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। पुरस्कार प्राप्त करते हुए, जयंत जोशी और अभिषेक जोशी ने भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी, जयपुर के माध्यम से युवाओं को कौशल युक्त बनाने के तरीके से भारत में कौशल विकास के क्षेत्र में राजेंद्र और उर्सुला जोशी के योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने यह भी बताया कि किस तरह स्किलिंग भारत के आर्थिक विकास में समग्र रूप से अपना योगदान करती है।
भारत में स्विस राजनयिक नेटवर्क स्विस और भारतीय प्रतिभाशाली लोगों को जोड़ रहा है जो दोनों देशों के भविष्य को सक्रिय रूप से आकार दे रहे हैं। इस दौरान न केवल व्यवसाय, अनुसंधान और प्रौद्योगिकी पर फोकस किया जा रहा है, बल्कि शासन, कला या सामाजिक समावेश के क्षेत्र में भी नवाचार के अवसर सृजित करने पर जोर दिया जा रहा है।