नई दिल्ली। ग्रामीण बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों ने निजीकरण के विरोध तथा वाणिज्यिक बैंकों के कर्मचारियों के समान वेतन और पेंशन तथा अन्य सुविधाओं की मांग करते हुए 26 मार्च से 28 मार्च तक तीन दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जाने की घोषणा की है।
यूनाइटेड फाेरम आफ रीजनल रूरल बैंक यूनियन्स ने गुरुवार को जारी एक बयान में यह जानकारी देते हुए बताया कि अपनी प्रमुख मांगाें के समर्थन में देश भर के ग्रामीण बैंकों के तकरीबन एक लाख अधिकारी आैर कर्मचारी वित्त
मंत्रालय द्वारा ग्रामीण बैंक कर्मियाें के प्रति किए जा रहे कथित साैतेले व्यवहार के खिलाफ 20 मार्च को संसद का घेराव करने के लिए सभी राज्याें से हजारों ग्रामीण बैंक कर्मी दिल्ली पहुंचेंगे। इसके बाद 26 मार्च ये 28 मार्च तक लगातार तीन दिन की हड़ताल की जाएगी।
बयान के अनुसार ग्रामीण बैंक के कर्मचारी बैंकों के निजीकरण का विरोध कर रहे हैं। उच्चतम न्यायालय ने ग्रामीण बैंक के कर्मचारियों और अधिकारियों काे वाणिज्यिक बैंक के कर्मचारियों और अधिकारियों के समान वेतन और पेंशन देने के निर्देश दे चुका है लेकिन इसमें सरकार आना कानी कर रही है।