माॅस्को। रूसी सरकार ने अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध के कारण अपने एथलीटों के हिताें को लेकर चिंता जताई है, लेकिन साथ ही खिलाड़ियों के हितों की रक्षा के लिये उचित कदम उठाने का भी भरोसा दिया है।
क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव ने कहा, “मुख्य बात यही है कि हमारे खिलाड़ियों का किसी भी तरह से हित प्रभावित न हो। हम इसके लिये मिलकर कदम उठायेंगे और यह हमारी जिम्मेदारी है।”
उन्होंने कहा कि रूस के पास एक देश के तौर पर अपने हितों की रक्षा करने के कई तरीके हैं और आने वाले समय में इसका उपयोग किया जाएगा। गौरतलब है कि इससे पहले देश के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी कहा था कि किसी अपराध की सज़ा सामूहिक रूप से नहीं दी जानी चाहिये,यह व्यक्तिगत होनी चाहिये।
सोमवार को विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने रूस के हिस्सा लेने पर अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटाें में अगले चार वर्षाें के लिये बैन लगा दिया था जिसके बाद वह टोक्यो ओलंपिक 2020 और विश्व चैंपियनशिप में भी भाग नहीं ले सकेगा।
वहीं पुतिन ने वाडा की आलोचना करते हुये कहा कि वैश्विक संस्था ने ओलंपिक चार्टर का उल्लंघन किया है और वह उसके इस फैसले के खिलाफ अदालत जाएंगे। रूस की डोपिंग रोधी एजेंसी (रूसादा) के पास वाडा के फैसले के खिलाफ खेल पंचाट में अपील करने के लिये तीन सप्ताह का समय है।