सबरीमला। केरल में भगवान अयप्पा मंदिर के सोमवार को एक दिन के लिए खोले जाने और शाही परिवार के सदस्य की याद में पूजा होने के मद्देनजर मंदिर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी कर दी गई है तथा मीडिया पर अघोषित प्रतिबंध लगाया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मीडिया कर्मियों की गाड़ियों को निलाक्कल में पांबा आधार शिविर के आसपास पुलिस ने रोक लिया है। कई मीडिया प्रतिष्ठानों के चैनल मंदिर को खोले जाने का सजीव प्रसारण करने के प्रयास में हैं।
राज्य पुलिस महानिदेेशक, पथनामथिट्टा के जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सबरीमला में मीडिया पर कोई प्रतिबंध नहीं हैं लेकिन निलक्कल, पांबा और सान्नीदानम में तैनात पुलिसकर्मियों ने यहां मीडियाकर्मियों से चले जाने तथा गाड़ियां हटाने को कहा है।
यह मंदिर सोमवार शाम पांच बजे खुलेगा और मंगलवार को तत्कालीन त्रावणकोर शाही परिवार के शासक छित्तीरा थिरूनाल बालाराम बर्मा की जयंती कार्यक्रम पर होने वाली विशेष पूजा छित्तीरा अट्टाविशेषम का अायोजन होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेेस महासचिव ओम्मन चांडी ने मीडिया पर प्रतिबंध की आलोचना करते हुए कहा कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी नीत वाम मोर्चा भगवान अयप्पा मंदिर में अपना गुप्त एजेंडा लागू करने की कोशिश कर रही है अौर मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के लिए पुलिस विभाग का इस्तेमाल एक हथियार के तौर पर कर रही है।
इस बीच केरल भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्ले ने कहा कि भगवान अयप्पा के श्रद्धालु सरकार को माफ नहीं करेंगे अौर वह पुलिस के समर्थन से मंदिर से जुड़ी परंपराओं तथा मान्यताअों को तोड़ रही है।
पथानामथिट्टा जिले में चार स्थानों एलावुनकल, निलक्कल, पांबा और सान्नीदानम में तीन नवंबर से ही धारा 144 लागू है। सबरीमला में विभिन्न स्थानों पर 2700 पुलिसकर्मियाें को तैनात किया गया है और विशेष वाहनों वज्र्र्र तथा थंडरबोल्ट को भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए खड़ा किया गया है।