आबूरोड/सिरोही। सिरोही जिले की आबूरोड़ तहसील के निचलागढ़ की वेराफली के आदिवासियों को आजादी के बाद गुजरे दशकों में आज भी आवागमन के लिए सड़क की सुविधा नसीब नहीं हो पाई है। यहां के 300 घरों की आबादी के लोगों के जीवन का अधिकांश समय आवागमन में ही व्यतीत हो जाता है।
पहाडी पर दुर्गम और उबड़ खाबड़ पगडंडी
वेराफली निचलागढ़ ग्राम पंचायत मुख्यालय से 5 किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ी चढ़ाई पर स्थित है। जहां पर जाने के लिए घुमावदार पगडंडियों के सहारे पहुंचा जा सकता है। अभावग्रस्त इलाके के ये लोग जब सुबह मजदूरी पर निकलते हैं तो इसी ऊबड- खाबड़ सफर में दूरी तय करते हैं।
आपातकालीन परिस्थितियों में टूट जाती है सांस
ऐसी विडंबना की विषैले जीव जंतुओं के काटने और प्रसूति महिलाओं और रोगियों को अस्पताल ले जाते समय बीच पगडंडी में ही जान गंवानी पड़ती है। वेरा फली के गला राम के पुत्र का गत दिनों पैर फैक्चर हो गया था। उसके मरहम के लिए खाट में बैठा कर उबड़ खाबड़ रास्तों से 5 किलोमीटर दूर मुख्य सड़क तक पहुंचाना पडा।