नागौर। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा है कि सरकार को नौजवानों में विश्वास पैदा करने के लिए परीक्षाओं में पेपर लीक मामले में बड़े जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
पायलट आज नागौर जिले के परबतसर में किसान सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब परीक्षाओं का पर्चा लीक होने पर परीक्षा रद्द होती हैं तो मन में एक पीड़ा होती हैं क्योंकि हमारे किसान भाइयों के बच्चे, नौजवान सालो इंतजार करते हैं। नौजवानों में विश्वास पैदा करने के लिए सरकार को छोटे-मोटे लोगों को छोड़कर बड़े जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे के शासनकाल में हमने किसान न्याय यात्रा निकाली थी, उसके आगे झुकते हुए प्रदेश सरकार ने हमारी मांगों को माना था। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के समय मैं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष था।
उन्होंने केंद्र सरकार से फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाने की मांग की और कहा कि अगर देश का किसान और नौजवान संगठित हो गया तो वह हर उस ताकत को जो तोड़ना चाहती है, अफवाह फैलाना चाहती और झूठ बोलकर सत्ता में आना चाहती है, उसे परास्त कर देगा।
उन्होंने कहा कि जाति, बिरादरी, धर्म, भाषा, प्रांत के नाम पर हो रही राजनीति के जहर को केवल दो कौमें ही तोड़ सकती हैं, एक है जवानी और दूसरी है किसानी, भारतीय जनता पार्टी ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन भाजपा की सरकार ने तीन काले कृषि कानून बनाकर किसानों की कमर तोड़ने का काम किया लेकिन किसानों ने आंदोलन कर सरकार को झुका दिया।
पायलट ने कहा कि परबतसर के विधायक रामनिवास गांवड़िया मेरे छोटे भाई है, यदि आप लोगों को हमको मजबूत करना है तो रामनिवासजी को मजबूत करना होगा। इस मौके पर वन मंत्री हेमाराम चौधरी, गावडिया, दातारामगढ़ विधायक वीरेन्द्र सिंह चौधरी, लाडनूं विधायक मुकेश भाकर एवं किसान मौजूद थे।
पायलट ने खरनाल में तेजाजी मंदिर में किए दर्शन
सचिन पायलट ने नागौर जिले के खरनाल में स्थित लोक देवता तेजाजी महाराज मंदिर में आज दर्शन किए। पायलट ने मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश में सुख, समृद्धी एवं खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष राजेन्द्र चौधरी भी मौजूद थे और पायलट के मंदिर पहुंचने पर श्री चौधरी ने साफा पहनाकर उनका स्वागत किया। इस मौके पर अन्य कांग्रेस के अन्य नेताओं एवं स्थानीय लोगों ने भी पायलट को माला पहनाकर स्वागत किया।