जयपुर। राजस्थान में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट राज्य की पिछली वसुंधरा राजे सरकार के शासन में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कराने के मामले में अपनी ही कांग्रेस सरकार से नाउम्मीद होकर अब जनता के बीच जाने का फैसला किया है और वह गुरुवार से अजमेर से जयपुर तक जनसंघर्ष पद यात्रा निकालेंगे।
पायलट ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी देते हुए कहा कि पिछली सरकार के घोटालों को लेकर मैंने पिछले डेढ़ साल से लगातार चिट्ठियां लिखी। उन्होंने गत 11 अप्रैल को जयपुर में धरना भी दिया लेकिन धौलपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाषण के बाद अब समझ में आ गया कि अब तक जांच क्यों नहीं हुई और अब उम्मीद नहीं है कि कोई कार्रवाई होना संभव है।
उन्होंने पिछली सरकार के घोटाले एवं वर्तमान कांग्रेस सरकार के समय में हुए पेपर लीक मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि 11 मई को अजमेर आरपीएससी है जहां से वह यह यात्रा निकालेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी यह जनसंघर्ष पद यात्रा जयपुर तक 125 किलोमीटर की होगी जो पांच दिन चलेगी।
उन्होंने कहा कि उनकी यह यात्रा किसी के खिलाफ नहीं है बल्कि यह भ्रष्टाचार के विरोध में होगी। उन्होंने कहा कि जो लोग पार्टी को कमजोर करना चाहते हैं, ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। जनता सबसे बडी होती हैं, हम जनता के बीच जाएंगे। जनता के बीच जाकर जनता की बात सुनेंगे और उसके मुद्दे उठाएंगे।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार एवं नौजवानो के हितों के मुद्दों को लेकर उनकी यह यात्रा नौजवानों के संरक्षण के लिए होगी। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के विरोध में होने वाली उनकी इस यात्रा में नौजवानों की आवाज बनने की कोशिश की जाएगी। एक सवाल पर पायलट ने कहा कि कुछ लोग चाहते हैं कि कांग्रेस कमजोर हो और उसमें फूट पड़े, चरित्र हनन की कोशिश हो रही है वो हम होने नहीं देंगे।
उन्होंने कहा कि किसी नेता से बड़ी जनता होती है तो हम जनता के पास जायंगे। उन्होंने कहा कि हम जनता के बीच जाएंगे नहीं और अपने विधायकों को बदनाम करते रहेंगे तो जनता हमारी बात कैसे सुनेगी। पायलट ने कहा कि उन्होंने भ्रष्टाचार पर पूरी लिस्ट बनाकर दी गई पर आज तक उस कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
एक अन्य सवाल पर उन्होंने कहा कि जिन नेताओं की राजनीति पैसों के बल पर चलती आई है उनकों हर जगह पैसा दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि आरोप लगाने की बजाय अब तक कार्रवाई कर देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह के आरोप लगाने से कोई लाभ नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि तमाम गालियां खाने के बाद भी हमने अनुशासन नहीं तोड़ा और आज भी नहीं तोड़ रहे है लेकिन ऐसे में जनता को जवाब देना मुश्किल हो रहा है।
पायलट ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि कर्नाटक में जनता बदलाव चाहती हैं। हमारी पार्टी का धुंआधार प्रचार हुआ है और वहां कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलेगा। प्रचार के दौरान हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रति जिस तरह की बयानबाजी ह़ुई, वह बहुत निंदनीय है।