श्रीगंगानगर। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने केन्द्र की मोदी सरकार पर सत्तर सालों से अधिक बेरोजगारी आज होने और पिछले आठ सालों में जनता की उम्मीदों को तोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा है कि चुनावों के समय हिंदु-मुसलमान और मंदिर-मस्जिद कर चुनाव जीत जाते हैं और इसके बाद जनता की तरफ मुड़कर भी नहीं देखते।
पायलट आज यहां अम्बेडकर सर्किल पर संविधान निर्माता डॉ भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का अधिवेशन होने वाला है लेकिन ईडी से आज छापे पड़वाए गए हैं और कांग्रेस नेताओं पर कार्रवाई हो रही है जिसे पूरा देश देख रहा है। यह निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाइवे उद्घाटन के लिए कई जिलों में से दौसा को चुना है। क्योंकि उन्हें पता है कि दौसा कांग्रेस का गढ़ है लेकिन जनता सब समझती है आप चाहे कितनी ही घोषणाएं कर लें। जनता सब जानती है।
उन्होंने कहा कि मोदी ने चार साल में राज्य की ओर मुड़कर नहीं देखा है और वह पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) का वादा भूल गए। पायलट ने कहा कि केंद्र सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून नहीं बनाया और किसानों के लिए तीन काले कानून लेकर आए। मोदी और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी अब राजस्थान के दौरे कर रहे हैं, यहां सड़कों का उदघाटन हो रहा है लेकिन पिछले चार साल से यह नेता कहां थे।
पायलट ने कहा कि अब चुनाव आ गए हैं तो यहां धर्म की बातें हो रही है, मजहब को भाषणों में लाया जा रहा है लेकिन जब चुनाव खत्म हो जाएंगे तो यह लोग यहां से गायब हो जाएंगे। हम लोगों ने वर्ष 2018 में बहुत मेहनत के बाद यहां सरकार बनाई थी और हम जनता के सुख-दुख के साथी हैं लेकिन वो लोग दिल्ली में बैठक राज करना जानते हैं और जिन्होंने धर्म के नाम पर सत्ता हासिल की और चुनाव से पहले आपस में झगड़ा करवाकर राज करना जानते हैं उन्हें पूरा देश देख रहा है।