अजमेर। राजस्थान में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर जारी रस्साकशी के बीच सचिन पायलट के समर्थकों का सब्र गुरुवार को टूट गया और उन्होंने अजमेर में घूघरा गांव के समीप जयपुर रोड जाम कर दिया। रास्ते में टायर जलाकर आलाकमान के खिलाफ विरोध जताया।
ठीक इसी तरह दौसा में पायलट समर्थक सडक पर उतर गए और राजस्थान रोडवेज की एक बस के शीशे तोड डाले। करौली में भी कथित तौर पर सचिन पायलट के समर्थकों ने हंगामा किया और हाइवे जाम कर दिया। पायलट समर्थकों ने अशोक गहलोत के खिलाफ नारेबाजी की तथा पायलट जिंदाबाद के नारे लगाए। समर्थकों ने यहां तक कहा कि अगर पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया तो लोकसभा चुनाव में वे इसका बदला लेंगे।
करौली के पुलिस नियंत्रण कक्ष के अनुसार नादौती, केमरी, महावीर जी व हिंडौन में कुछ लोग इकट्ठे हुए जिन्हें समझा बुझाकर हटा दिया गया। भरतपुर रेंज की महानिदेशक मालिनी अग्रवाल ने कहा कि हिंडौन में कुछ लोग इकट्ठा हुए और जाम लगाने की कोशिश की लेकिन हालात सामान्य है। जयपुर में भी इनके समर्थकों ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर अपने अपने नेताओं के समर्थन में नारेबाजी की है।
इस बीच सचिन पायलट ने ट्वीट कर अपने समर्थकों से शांति और अनुशासन बनाए रखने की अपील की है। सचिन पायलट ने ट्वीट किया कि सभी कार्यकर्ताओं से शांति एवं अनुशासन बनाए रखने का आग्रह करता हूं। मुझे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर पूरा विश्वास है।
राहुल गांधी एवं सोनिया गांधी जो फ़ैसला लेंगे उसका हम स्वागत करेंगे। हम सभी कांग्रेस के समर्पित हैं तथा पार्टी की गरिमा बनाए रखना हम सभी की ज़िम्मेदारी है। सचिन पायलट ने एक और ट्वीट किया कि मीडिया के साथियों से आग्रह है कि कृपया अफवाहों को न प्रदर्शित करें और केवल प्रमाणित खबरों को ही चलाएं। इस समय अफवाहों को रोकने में आप हमारे साथी बने। आलाकमान द्वारा दिए गए फैसले का हम स्वागत करेंगे।
इस बीच सूत्र बताते हैं कि अशोक गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री हो गए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तरफ से उनके नाम पर मुहर लग चुकी है और सिर्फ औपचारिक ऐलान होना बाकी है।