नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने वाराणसी लाेकसभा सीट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ पर्चा खारिज होने से बौखलाये सीमा सुरक्षा बल के बर्खास्त जवान तेजबहादुर यादव एक विवादित वीडियाे पर विपक्षी दलों की चुप्पी पर सवाल उठाया जिसमें उसे कहते दिखाया गया है कि कोई उसे यदि 50 करोड़ रुपए दे तो वह मोदी की हत्या कर सकता है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में पूछा कि आखिर यह खामोशी किसलिए है? विपक्ष का कोई नेता क्यों कुछ नहीं बोलता? यह एक गंभीर मामला है और प्रधानमंत्री एवं उनकी सुरक्षा से जुड़ा है।
तेजबहादुर यादव ने समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में वाराणसी सीट से नामांकन दाखिल किया था लेकिन आवश्यक दस्तावेज पूरे नहीं होने के कारण नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया था।
डॉ. पात्रा ने कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव कुछ दिन पहले तेजबहादुर की तारीफ कर रहे थे। इस वीडियो को देखने के बाद क्या सपा-बसपा का गठबंधन देश से माफी मांगेगा। उन्हाेंने कहा कि जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को थप्पड़ मारा गया था तो उसकी गूंज महीनों तक सुनाई देती है लेकिन जब प्रधानमंत्री की हत्या की साजिश हो तो विपक्ष के किसी नेता की कोई टिप्पणी नहीं आई।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि क्या विपक्ष के नेता तेजबहादुर की टिप्पणी से सहमत हैं? प्रधानमंत्री के विरुद्ध एक साजिश है। सभी विपक्षी नेता जो कामदार को हरा नहीं सकते, अब किसी भी हद तक जाएंगे, क्या उनकी नीयत इतनी गिर गई है। उन्हाेंने कहा कि मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं, केवल भाजपा के नहीं।
उच्चतम न्यायालय में 21 विपक्षी दलों की एक याचिका के खारिज हो गई जिसमें विपक्ष ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में 50 प्रतिशत वीवीपैट के सत्यापन की मांग की थी, इस बारे में एक सवाल पर डॉ. पात्रा ने विश्वास व्यक्त किया कि भाजपा 300 से अधिक सीटें जीतेगी और विपक्ष अदालत में अग्रिम जमानत मंजूर कराने गया था जिसे खारिज कर दिया गया है।