चेन्नई। अभिनेता से राजनेता बने कमल हासन ने भाजपा और हिंदुत्ववादी ताकतों पर निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रीय ध्वज में भगवा रंग का अपना स्थान है लेकिन इसे तिरंगे पर पूरी तरह से फैलना नहीं चाहिए।
नवगठित राजनीतिक पार्टी मक्कल नीधि मैयम (एमएनएम) के अध्यक्ष कमल हासन ने कहा कि यहां तक कि भारतीय राष्ट्रीय ध्वज में भी भगवा रंग है। लेकिन, मैं सिर्फ यह कहना चाह रहा हूं कि इस रंग को पूरे ध्वज पर नहीं फैलना चाहिए।
तमिल साप्ताहिक पत्रिका आनंद विकातन में अपने नवीनतम कॉलम में कमल ने कहा कि वह तिरंगे में भगवा रंग की पट्टी का अपमान नहीं कर रहे हैं। भगवा रंग साहस और त्याग की महत्ता का प्रतीक है।
स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले राष्ट्रीय नेताओं का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि वे सभी एक दूसरे से अलग थे लेकिन समान लक्ष्य के लिए साथ खड़े हुए। उन्होंने कहा कि इस पाठ को हमें कभी नहीं भूलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र की सफलता के लिए किसी को भी हमारे संविधान को तैयार करने में भीमराव अंबेडकर और अलाडी कृष्णास्वामी अय्यर के योगदान को नहीं भूलना चाहिए।
अपनी मुख्य राजनीतिक विचारधारा पर कमल हासन ने कहा कि वह किसी एक ‘वाद’ के संकीर्ण दायरे में बंधे नहीं रहना चाहते हैं।
कमल ने कहा कि सभी ‘वाद’ सामाजिक सुधार के लिए हैं और यह भी नहीं कहा जा सकता कि सभी सफल हुए। इस पर सहमति नहीं जताई सकती कि दुनिया के एक कोने में लिखी गई किताब पूरी दुनिया के लिए उपयुक्त होगी।
कमल ने यह भी कहा वह यहां पास ही अपने साथी अभिनेता रजनीकांत से गुपचुप तरीके से मिले हैं और उन्हें अपनी पार्टी को आगे ले जाने की योजना के बारे में बताया है।
कमल ने कहा कि हम दोनों अपने राजनीतिक करियर में गौरव को बनाए रखने और अब आम हो रही उग्र राजनीति में लिप्त नहीं होने के लिए सहमत हुए हैं।