पुष्कर। तीर्थ नगरी पुष्कर के मेला स्टेडियम में आयोजित सहकार भारती के छठे तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन का नजारा कुछ ऐसा था मानों पूरा देश यहां सिमट आया हो। देश के 27 प्रांतों से हजारों प्रतिनिधियों ने शिरकत की।
इस मौके पर सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत मेहता कहा कि सहकारिता क्षेत्र की मजबूती से ही देश के किसानों का कल्याण हो सकता है। सम्मेलन में अन्य वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को अंत्योदय के माध्यम से लाभ मिल सकता है। सहकारिता ही एकमात्र विकल्प है जिससे किसानों की आय दुगनी हो सकती है।
सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्योतिंद्र मेहता ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि देश और राज्य में कोऑपरेटिव एक्ट एक होने चाहिए और एक सहकारी नीति होनी चाहिए। मेहता ने सहकारी क्षेत्र में टेक्स टेरेरिज्म पर कड़ी आपत्ति जाहिर की साथ ही देश में महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
उन्होंने सहकारी उत्पादों को ब्रांड बनाए जाने की मांग उठाई और सहकारिता के क्षेत्र में इनोवेशन की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं को तैयार किया जाएगा। इस दौरान विधायक वासुदेव देवनानी, पुष्कर पालिकाध्यक्ष कमल पाठक, सहकार भारती के राष्ट्रीय महामंत्री उदयराव जोशी, प्रोफेसर बैधनाथ ने भी विचार व्यक्त किए।
मंचासिन अतिथियों ने सहकारिता क्षेत्र पर बनी एक स्मारिका का विमोचन भी किया। मुख्य अतिथि देवनानी ने इफको एमडी युवी अवस्थी को लक्ष्मण राव इनामदार अवार्ड से सम्मानित किया।
रविवार को समापन सत्र में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का आना प्रस्तावित है।सम्मेलन में सहकार भारती के देश भर से करीब 2500 कार्यकर्ता भाग ले रहे हैं। इस दौरान सहकार भारती की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के चुनाव भी होंगे।