सहारनपुर। उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले के कुख्यात खनन माफिया और बसपा के पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल उर्फ बाल्ला, उसके तीन बेटों, भाई और वकील के विरुद्ध पुलिस ने गैंगरेप का मामला दर्ज कर वकील को गिरफ्तार भी कर लिया।
पुलिस ने शनिवार को बताया कि हाजी इकबाल अभी फरार ही चल रहा है, लेकिन उसके भाई पूर्व बसपा एमएलसी महमूद अली और तीनों बेटे जावेद, अलीशान और अफजाल पहले से ही जेल में बंद हैं। इन लोगों के खिलाफ पहले भी एक महिला ने गैंगरेप की रिपोर्ट महिला थाना सहारनपुर में दर्ज कराई थी।
पुलिस के अनुसार हाजी परिवार के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का ताजा आरोप हरियाणा की एक ग्रामीण महिला ने लगाया है। उसका आरोप है कि वह इस परिवार के उत्पीड़न के कारण 2018 में मिर्जापुर थाना क्षेत्र से पलायन कर हरियाणा चली गई थी।
सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. विपिन टाडा ने शनिवार को बताया कि महिला ने 2011 में मिर्जापुर थाना क्षेत्र में जमीन खरीदी थी। इस पर 2012 में इकबाल, उसके भाई और बेटों ने कब्जा कर उसे चुप नहीं रहने पर जान से मारने की धमकी दी।
उन्होंने पीड़िता की तहरीर के आधार पर बताया कि नवंबर 2018 में गांव पाड़ली ग्रांट निवासी वकील जीशान अहमद ने महिला को बुलाया। जहां उसके साथ पांचों आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। डा टाडा ने बताया कि दो दिन पूर्व महिला ने पांचों के खिलाफ रेप की तहरीर दी। इस पर प्रारंभिक जांच के बाद थाना मिर्जापुर में 25 अगस्त को सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज करा दिया गया है।
पुलिस ने वकील जीशान अहमद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वकील जीशान अहमद के खिलाफ गागलहेड़ी थाने में भी धोखाधड़ी, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी के आरोपों में मुकदमा दर्ज है। उन्होंने कहा कि दुष्कर्म के इस नए मुकदमे के चार में से दो आरोपी महमूद अली, अफजाल पहले से ही जेल में हैं। वकील जीशान अहमद को भी जेल भेजा जा चुका है। हाजी इकबाल अभी भी फरार है।
इकबाल ने पुलिस के शिकंजे से बचने के लिए विभिन्न अदालतों से राहत नहीं मिल सकी है। एसएसपी ने बताया कि पुलिस की तीन टीमें इकबाल की गिरफ्तारी में लगाई गई है। इधर, वकील जीशान अहमद की गिरफ्तारी पर बेहट तहसील के वकीलों ने बैठक कर कड़ी नाराजगी जताई और पुलिस पर रेप के संगीन लेकिन झूठे मामले में गिरफ्तारी किए जाने का आरोप लगाया। वकीलों ने बेमियादी हड़ताल करने की धमकी भी दी है।