अजमेर। भारत जैसे-जैसे अपने प्राचीनतम गौरव को पुनः स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे इस देश को तोड़ने का सपना अपनी आंखों में पालने वाली राष्ट्रविरोधी समाजकंटक शक्तियां भी अपना सिर उठाती नजर आती हैं।
भगवान राम के काल से लेकर वर्तमान समय तक भारत का अनुभव ऐसा ही रहा है। ऐसे समय में सज्जन व्यक्ति को संगठित करना, अनुशासन के बंधन में बांधना और कष्ट पूर्ण जीवन खेलते-खेलते जीने का अभ्यास परम आवश्यक है। गर्जना जैसे बड़े साहसिक खेलों का आयोजन इस दृष्टि से अति महत्वपूर्ण हो जाता है।
यह विचार रविवार को डॉक्टर हेडगेवार स्मृति प्रन्यास अजमेर तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अजमेर के संयुक्त तत्वावधान में तोपदडा खेल मैदान पर आयोजित गर्जना 2022 के अवसर पर विभाग प्रचारक शिवराज ने व्यक्त किए।
गर्जना 2022 के बारे में बताते हुए महानगर संघचालक खाजू लाल चौहान ने कहा कि संघ की शाखाओं पर तो नियमित रूप से कई प्रकार के खेल होते ही हैं लेकिन देश की परिस्थिति और भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए युवाओं को कष्ट साध्य जीवन और बाधाओं को पार करने का निकटतम अनुभव देने के लिए इस प्रकार के साहसिक खेल का आयोजन गर्जना 2022 के नाम से किया गया है।
विभाग प्रचार प्रमुख भूपेन्द्र उबाना ने बताया कि इस बड़े खेल के दौरान अजमेर के 1200 से अधिक युवाओं ने विभिन्न प्रकार की बाधाओं को पार किया। इनमें मचान से कूदना, सुरंग पार करना, दलदल, दंगल, रस्साकशी, मटकी फोड़, बर्फ की गुफा, अग्निबाधा, पानी की तेज़ बौछार आदि सम्मिलित थीं।
कार्यक्रम के अन्त मे 300 बड़े पौधों का वितरण भी किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रांत संघचालक जगदीश राणा, विभाग संघचालक बसंत कुमार विजयवर्गीय सहित अजमेर शहर के कई जनप्रतिनिधि एवं गणमान्यजनों की उपस्थिति रही।