पटना 19 नवंबर :- बिहार की राजधानी पटना से करीब 25 किलोमीटर दूर सारण जिले में सोनपुर के हरिहर क्षेत्र में प्रतिवर्ष लगने वाला विश्वविख्यात सोनपुर पशु मेला संभवत: दुनिया में एकमात्र ऐसा मेला है,जहां सूई से लेकर हाथी तक की खरीद-फरोख्त होती है।
प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाला सोनुपर मेला एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला है। यह भले ही पशु मेला के नाम से विख्यात है लेकिन इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां सूई से लेकर अन्य सामान की खरीददारी की जा सकती है। मौजूदा मॉल कल्चर के दौर में भले ही मेले के स्वरूप और रंग-ढंग में बदलाव आया है लेकिन इसकी सार्थकता आज भी बनी हुई है। इस वर्ष 21 नवंबर से शुरू होकर 22 दिसंबर तक चलने वाले इस एक महीने के मेले में सैलानियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है।
कार्तिक पूर्णिमा स्नान के साथ यह मेला शुरू हो जाता है जो पूरे एक माह तक चलता है। इस मेले के ऐतिहासिक महत्व के बारे में कहा जाता है कि इसमें कभी अफगानिस्तान, ईरान, इराक जैसे देशों के लोग पशुओं की खरीददारी करने आया करते थे। यह भी कहा जाता है कि मौर्य वंश के संस्थापक चंद्रगुप्त मौर्य ने भी इसी मेले से बैल, घोड़े, हाथी और हथियारों की खरीददारी की थी।