अयोध्या। उत्तर प्रदेश में अयोध्या स्थित विवादित श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिये सोमवार से संत-धर्माचार्य छावनी मंदिर पर आमरण अनशन पर बैठेंगे।
श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने रविवार को छावनी मंदिर रामघाट पर शिलापूजन के बाद कहा कि सोमवार से तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास यहीं पर मंदिर निर्माण के लिए आमरण अनशन शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार से रामभक्तों की आशा अब टूट चुकी है, इसलिए संत-धर्माचार्य आमरण अनशन शुरू करेंगे।
मुख्य पुजारी ने कहा कि सुप्रीमकोर्ट के आदेश को दरकिनार कर एससी/एसटी एक्ट पर कानून बन सकता है तो फिर अयोध्या में विवादित श्रीरामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का कानून क्यों नहीं बनाया जा सकता।
उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि भारतीय जनता पार्टी जल्द से जल्द राम मंदिर का निर्माण कराए अन्यथा आगामी लोकसभा चुनाव 2019 में इनका हश्र वही होगा जो कांग्रेस का हुआ था। मंदिर निर्माण के लिए रामभक्त अपने प्राणों की बलि देने के लिए आज भी पूरी तरह तैयार हैं।
आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा कि देश के रामभक्त ही भाजपा को सत्ता में लाए है और भाजपा ने वादा भी किया था कि केन्द्र और उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर राम मंदिर का निर्माण अवश्य कराएंगे। अगर 2019 तक रामजन्मभूमि पर मंदिर बनना शुरू नहीं हुआ तो इसका खामियाजा केन्द्र की मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को भुगतना पड़ेगा।
पुजारी ने बताया कि तपस्वी छावनी मंदिर रामघाट पर महंत परमहंस दास का आमरण अनशन लगातार चलेगा जब तक मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त नहीं हो जाएगा। अयोध्या के संत-धर्माचार्यों का पूरा सहयोग है क्योंकि रामजन्मभूमि के लिए देश के बहुत से लोग अनशन करने को तैयार हैं। भगवान श्रीराम सत्ता देते भी हैं और लेते भी हैं। हम सब भगवान राम के लिए हैं।
महंत ने कहा कि विवादित श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला को टेंट से निकालकर भव्य भवन में लाने के लिए अयोध्या सहित देश के संत-धर्माचार्य पूरी तरह प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई बार अयोध्या में भी कहा था कि हमारी सरकार जिस दिन बनेगी हम भव्य मंदिर का निर्माण अवश्य कराएंगे। उन्होंने केन्द्र के मोदी और उत्तर प्रदेश के योगी को ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि अपना वादा पूरा कर राम मंदिर का निर्माण कराएं अन्यथा परिणाम बुरा होगा।
तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने कहा जिस प्रकार माता सीता ने भगवान राम की प्राप्ति के लिए लंका के अशोक वाटिका में अशोक वृक्ष के नीचे बैठकर अनशन किया था, ठीक उसी प्रकार वह भी अयोध्या में भव्य राम मंदिर के लिए कल से आमरण अनशन शुरू करेंगे।
उन्होंने कहा कि यह अनशन और शिला पूजन का कार्यक्रम तब तक चलता रहेगा जब तक राम मंदिर का निर्माण न हो जाए। सभी साधु-संत साथ हैं। मोदी और योगी की सरकार सौ करोड़ हिन्दुओं के साथ अन्याय कर रही है इसीलिए संत समाज को आमरण अनशन के लिये बैठना पड़ रहा है।