रामपुर। समाजवादी पार्टी सांसद आजम खां पर 104 मुकदमें हैं, जिनमें से 81 मामलों में पुलिस ने अपनी जांच पूरी कर ली है। साथ ही अन्य सभी मामलों की जांच भी पूरी होने वाली है।
26 फरवरी 2020 को आजम खां ने पत्नि डा तजीन फातमा और बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में स्थानीय अदालत रामपुर में आत्मसमर्पण किया था। दिसम्बर 2020 में आजम खां की पत्नि डा तजीन फातमा जमानत पर रिहा होकर सीतापुर जेल से बाहर आ चुकी हैं जबकि आजम खां और उनके बेटे सीतापुर जेल में ही निरूद्ध हैं।
आजम खां और अब्दुल्ला आजम करीब डेढ़ साल से सीतापुर की जिला कारागार में हैं। इस दौरान आजम खां का स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के चलते उन्हें नोएडा में मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब्दुल्ला आजम पर 41 और डा तजीन फातमा पर 32 मुकदमें दर्ज हुए हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक 79 मामलों में चार्ज शीट लगा दी गई है, जबकि एक मामले में फाइनल रिपोर्ट और एक अन्य मामले में नाम खान का नाम गलत तरीके से लेने के चलते उसे निरस्त कर दिया गयाहै। आजम खां को 75 मामलों में जमानत मिल चुकी है।
आजम खां पर जमीन कब्जाने, शत्रु सम्पत्ति पर कब्जा करने, फर्जी दस्तावेज बनाने, चोरी, लूट, पशु चुराने आदि के मामले दर्ज हैं। इनमें मामलों में भूतपूर्व राज्यसभा सांसद अमर सिंह यादव द्वारा आजम खान पर आरोप लगाया गया था कि उन्होने के खिलाफ आपत्तिजनक बयान एक टीवी इन्टरव्यू में दिया।
यह मुकदमा वर्ष 2018 में गोमती नगर, लखनऊ में दर्ज कराया गया था। मामला रामपुर से जुड़ा होने के चलते इसे रामपुर हस्तान्तरित कर दिया गया। आजम खां पर रामपुर के बाहर भी 4 मुकदमें आयद किए गए जिनमें मुरादाबाद, फिरोजाबाद हैं। मुरादाबाद के दोनों मुकदमों में चार्जशीट लग चुकी है।