भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि गरीबों को उनकी परेशानियों से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से ही इस राज्य में महत्वाकांक्षी ‘मुख्यमंत्री जनकल्याण (संबल)’ योजना शुरू की गयी है और आने वाले समय में यह देश के अन्य राज्यों के लिए मिसाल बनेगी।
चौहान ने अपने निवास पर संवाददाताओं से चर्चा में कहा कि गरीबों की परेशानियां दूर करने के लिए उन्हें रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा और स्वास्थ्य के संसाधन, बिजली और सामाजिक सुरक्षा मुहैया करा दी जाए, तो उनकी गरीबी स्वमेव ही दूर हो जाएंगी। उन्होंने इसी दर्शन के साथ यह योजना राज्य में हाल ही में शुरू की है। उन्होंने दावा किया कि इसके अभूतपूर्व नतीजे सामने आएंगे और अन्य राज्य भी इसे आदर्श मानकर अपनाएंगे।
चौहान ने इसे महायोजना निरूपित करते हुए कहा कि सवा सात करोड़ की आबादी वाले इस राज्य में एक करोड़ 80 लाख से अधिक लोगों की पहचान की गयी है। संबल योजना के अंतर्गत विभिन्न गरीब हितग्राहियों को लाभ देना शुरू कर दिया गया है। राज्य सरकार ने इस योजना के क्रियान्वयन के लिए फिलहाल तीन हजार करोड़ रूपयों का प्रावधान किया है। आने वाले समय में और धनराशि का प्रावधान किया जाएगा।
राज्य में तेरह वर्षों से अधिक समय से मुख्यमंत्री के रूप में काबिज श्री चौहान ने कहा कि वे गरीबों की प्रत्येक समस्याओं का समाधान करने के लिए शुरू से प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए अनेक योजनाएं बनायी गयी हैं। संबल योजना के तहत इन सभी योजनाओं को समन्वित रूप में लागू किया गया है। इससे गरीब, महिलाएं और समाज की अंतिम पंक्ति का अंतिम व्यक्ति भी लाभांवित होगा।
चौहान ने इसी माह की 13 जून को इस योजना की शुरूआत की है। इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए पूरे राज्य में अभियान चलाया जा रहा है। विशेष तौर से श्रमिक वर्ग का पंजीयन भी किया जा रहा है, जिससे इस वर्ग के सभी लोगों को योजना का लाभ मिल सके।