अजमेर। राजस्थान के अजमेर में झारखंड राज्य के मधुबन स्थित जैन समाज के आस्था के केंद्र सिद्धभूमि सम्मेद शिखर मामले में आज सकल जैन समाज ने विशाल रैली का आयोजन किया।
अजमेर के दिगंबर एवं श्वेताम्बर जैन समाज की ओर से संयुक्त रूप से राष्ट्रीय स्तरीय सम्मेद शिखर तीर्थ बचाओ आंदोलन के तहत यहां भी विरोध प्रदर्शन किया गया। जैन समाज के सैंकड़ों लोग जिनमें पुरुष-महिला, बुजुर्ग एवं युवा सभी शामिल रहे ने स्थानीय छोटा धड़ा जैन मंदिर से विशाल रैली का आयोजन किया। समाज के लोग जैन ध्वज की पताका लिए तथा हाथों में पट्टिका लिए चल रहे थे।
रैली नसियां जी से प्रारंभ होकर मुख्य बाजारों आगरा गेट, नया बाजार, चूड़ी बाजार, पृथ्वीराज मार्ग, कचहरी रोड होते हुए जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंची जहां शांतिपूर्ण प्रदर्शन के साथ जिला कलेक्टर अंशदीप को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय पर्यटन मंत्री तथा झारखंड के मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन देकर सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थल एवं वन्य अभ्यारण्य घोषित किए जाने की अधिसूचना को अनुचित बताते हुए निरस्त करने की मांग की गई। साथ ही जैन समाज की आस्था के इस केंद्र सिद्धभूमि को ‘राष्ट्रीय जैन तीर्थ क्षेत्र’ घोषित करने की भी मांग की गई।
ज्ञापन में बताया कि इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल बनाने से अवांछित गतिविधियों की संभावनाएं बढ़ जाएगी जिससे देश विदेशों में बैठे जैन समुदाय की आस्था को गहरा आघात लगेगा। उल्लेखनीय है कि सरकार ने सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थल घोषित किए जाने की अधिसूचना जारी की है जिससे पूरे देश भर का जैन समाज आक्रोशित है। इसी क्रम में 18 तारीख को लाल किले पर राष्ट्रीय स्तर की महारैली 21 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान तथा एक जनवरी से प्रधानमंत्री के नाम पोस्ट कार्ड लिखे जाने का महाअभियान शुरू होगा।