कोलंबो । पूर्व श्रीलंकाई कप्तान एवं क्रिकेट बोर्ड में मौजूदा मुख्य चयनकर्ता सनत जयसूर्या ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद(आईसीसी) के लगाये भ्रष्टाचार के आरोपों पर नाराज़गी जताते हुये खुद को ईमानदार बताया है।
पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि उन्होंने हमेशा ही खेल के लिये ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ काम किया है। अाईसीसी ने सोमवार को जयसूर्या पर दो अलग अलग मामलों में भ्रष्टाचार के नियम उल्लंघन के आरोप लगाये थे।
49 वर्षीय क्रिकेटर ने मंगलवार को अपने स्पष्टीकरण में कहा कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाये गये हैं जिसमें मैच फिक्सिंग अौर पिच फिक्सिंग जैसे कोई आरोप या भ्रष्टाचार जैसे कोई आरोप शामिल नहीं है, लेकिन उनपर आरोप लगे हैं कि उन्होंने भ्रष्टाचार निरोधक इकाई(एसीयू) की जांच में सहयोग नहीं किया।
जयसूर्या ने अपने जारी बयान में कहा,“मैं इस समय अपनी स्थिति को लेकर कुछ नहीं कह सकता क्योंकि पहले मुझे एसीयू में अपना स्पष्टीकरण देना होगा। मुझे सख्ती से कहा गया है कि फिलहाल मैं इस बारे में कुछ न कहूं क्योंकि यह एसीयू के नियमों का उल्लंघन होगा।”
आईसीसी ने जयसूर्या को नियम 2.4.6 के तहत एसीयू द्वारा भ्रष्टाचार की जांच में सहयोग न करने या बिना किसी वजह उससे मना करने और नियम 2.4.7 का भी दोषी माना गया है जिसमें दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ या उसे नष्ट करना शामिल है तथा जिससे जांच प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। जयसूर्या को इन आरोपों पर सफाई देने के लिये सोमवार से अगले एक सप्ताह के भीतर स्पष्टीकरण देना होगा।