जयपुर। देश में कोरोना वायरस ने अब अपना भयंकर रूप धारण कर लिया है और इसके बचाव के लिए लोगों को कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है। कुछ लोग कोरोना के भय से तो कुछ आर्थिक तंगी के चलते डिप्रेशन में आकर आत्महत्या तक कर रहे हैं। इन सभी बीमारियों को जड़ से समाप्त कर सकता है संगीत।
संगीत, जो भंयकर से भयंकर बीमारी के लिए रामबाण औषधि का काम करता है। इतिहास गवाह है कि मल्हार राग गाकर अकबर का दरबारी तानसेन बारिश करवा सकता था तो राग भैरवी गाकर बीमारियों को भी ठीक किया जा सकता है।
अवसाद से जूझ रहे लोगों को संगीत के जरिए राहत देने के लिए अनटोल्ड एंड लैस प्रोडक्शन के बैनर तले एक ऐसा गाना तैयार किया गया है जो संगीतमय है। प्रोडक्शन का दावा है की यह गाना जो बना है वह भारतीय शास्त्री संगीत के राग भैरव पर आधारित है, जोकि तनाव, सिर दर्द, टेंशन, डिप्रेशन को दूर करता है।
जब हम दुखी होते हैं तो हमारी बॉडी कोर्टिसोल केमिकल रिलीज करती है। प्रोडक्शन का यह दावा है कि यह गाना कोर्टिसोल केमिकल को बनने से रोकता है और खुशी का केमिकल डोपानाइन को बनाने में मदद करता है जिससे हमें खुशी का एहसास होता है।
यह गाना यूट्यूब पर संगीत रब से मिला दे के जाम से सुन सकते हैं। यह गाना अलवर निवासी पवन कुमार शर्मा और शीतल ने गाया है तथा म्यूजिक जिनमें चिनमय में पारशर ने दिया है।
इधर इस राग का अलवर के यूरोलोजिस्ट डॉक्टर पंकज शर्मा ने भी अपने कोमा में उपचाररत मरीजों पर इसका प्रयोग किया जो काफी सकारात्मक रहा है। उन्होंने दावा किया है कि जब कोमा के मरीज इस राग भैरवी को सुन कर प्रतिक्रिया व्यक्त कर सकते हैं तो साधारण मरीजों पर तो इसका असर रामबाण की तरह होगा।