
कोटा। राजस्थान में कोटा जिले की सांगोद विधानसभा सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने खान मंत्री प्रमोद जैन भाया के कथित भ्रष्टाचार और उसके प्रति मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अनदेखी के खिलाफ मंगलवार को यहां मुंडन कराया।
सिंह ने चंबल रिवर फ्रंट एवं सिटी पार्क के लोकार्पण के अवसर पर गहलोत के कोटा आगमन पर जैन और गहलोत के खिलाफ कोटा में गुमानपुरा स्थित अपने आवास ‘भीम निवास’ पर आज तीसरे पहर उस समय प्रदर्शन करने और भ्रष्टाचार के प्रतीक स्वरूप रावण के पुतला दहन करने के कार्यक्रम की घोषणा की थी। जब मुख्यमंत्री चंबल रिवर फ़्रंट का उद्घाटन करने के लिए आएंगे लेकिन मुख्यमंत्री के आने का कार्यक्रम रद्द होने के बाद सिंह ने आज अपना मुंडन संस्कार करवा लिया।
सिंह ने मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए कहा है कि आपका ‘ईमान मर जाने पर’ मैं मुंडन करवा कर अपने केश आपको भेंट कर रहा हूं। कृपया यह तुच्छ भेंट स्वीकार करें एवं महात्मा गांधी को याद कर उनके बताए सात पाप पर चिंतन करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद स्थाई नहीं होता है।
भरत सिंह ने कहा कि प्रतीक के रूप में मैंने मुंडन करवाया है। कुछ मुद्दे बहुत लंबे समय से मुख्यमंत्री के सामने में रख रहा था। हमारे मुख्यमंत्री गांधीवादी जाने जाते हैं। मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने बेहतरीन काम किया है। मैंने कई बार महत्वपूर्ण मुद्दे पर उनका ध्यान दिलवाया और उनकी मजबूरी रही कि उन्होंने उन बातों पर ध्यान नहीं देकर कुछ भ्रष्ट लोगों को संरक्षण दिया।
राजनीति में शासन करने वालों के सामने कई मजबूरियां हो सकती हैं। मगर मुख्यमंत्री गांधीवादी बात करते हैं। गांधी जी का पूरा जीवन सत्य पर आधारित है। मैने सीधा मुख्यमंत्री जी से कहा है आपका ईमान मर चुका है। हमारी संस्कृति में है कि जब कोई मरता है तो मुंडन करवाया जाता है। मुख्यमंत्री का ईमान मुझे मरता हुआ दिखता है। इसीलिए मैंने मुंडन करवाया है।
अब इस माथे पर दोबारा बाल नहीं उगेंगे, मैं मेरे माथे को ऐसे ही रखूंगा। जब भी मेरा चेहरा देखेंगे तो पूरे प्रदेश में संदेश जाए कि भरत सिंह ने इन मुद्दों को लेकर मुंडन करवाया था। वो मुख्यमंत्री रहे या ना रहे। उनको ये बोझ लेकर चलना पड़ेगा। उन्होंने सही को सही नहीं कहा और गलत बात को संरक्षण दिया।