कोलकाता। भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष प्रवेश के उपलक्ष्य में, कोलकाता की सांस्कृतिक संस्था, परचम ने गीत-संगीतमय ऑडियो-वीज़ुअल प्रस्तुति जय भारतम् पेश की है।
स्वतंत्रता दिवस के अगले दिन (सोमवार को), पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने, राजभवन में इसका लोकार्पण किया। परचम के उपाध्यक्ष, महावीर प्रसाद अग्रवाल तथा रामानंद रुस्तगी ने शॉल ओढ़ाकर, पुष्पगुच्छ भेंट राज्यपाल का स्वागत किया। राज्य की प्रथम महिला, सुदेश धनखड़ का स्वागत किया उर्मिला चौधरी व संगीता संघवी ने।
जय भारतम् प्रस्तुति की प्रस्तावना रखते हुए परचम के संस्थापक मुकुंद राठी ने कहा कि कोरोना काल में, भारत की स्वतंत्रता का वर्षव्यापी अमृत महोत्सव, आशा और विश्वास से भरा एक नया आरम्भ है। हमारी प्रस्तुति में, हमने हुतात्माओं को नमन करते हुए, विश्व पटल पर बढ़ती जा रही भारत की स्वीकार्यता को रेखांकित किया है।
सचिव जीतेन्द्र चौधरी ने परचम की गतिविधियों का ब्योरा रखा। गायक कलाकार मारुति मोहता एवं धीरेन संघवी द्वारा गीत-संगीतमय स्वागत के बाद रिमोट कंट्रोल का बटन दबाकर राज्यपाल ने “जय भारतम्” प्रस्तुति का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने गीतकार संजय बिन्नाणी एवं संगीतकार नीलमणि राठी को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
सभागार में लगी स्क्रीन पर, प्रस्तुति को देखकर महामहिम राज्यपाल ने कहा कि आज का दिन उनकी जिंदगी का एक यादगार दिन बना रहेगा। परचम के ध्येय वाक्य ने मुझे प्रभावित किया है और जय भारतम् प्रस्तुति ने मुझे प्रेरित किया है। गीत के बोल इतने सहज, सरल और प्रभावी है कि सबके गले में उतर जाएगा। धुन भी मधुर है। यह गीत स्वयं ही देशभर में लोकप्रिय होगा इसमें जरा भी संदेह नहीं है।
राज्य के प्रथम नागरिक के नाते, उन्होंने परचम को पाँच लाख रुपए देने की घोषणा करते हुए कहा कि संस्कृति का संरक्षण-संवर्द्धन, हर देश, काल, परिस्थितियों में अत्यंत आवश्यक है। मुझे खुशी है कि परचम इस दिशा में कार्यरत है।
कार्यक्रम का संचालन कपिला मूंधड़ा ने किया। धन्यवाद देते हुए परचम के अध्यक्ष सज्जन भजनका ने महामहिम द्वारा परचम को दी गई प्रोत्साहन राशि के लिए आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर, हरीकृष्ण चौधरी, सजन बंसल, महेश चन्द्र शाह, राजेन्द्र खण्डेलवाल, गायक विजय ओझा, प्रियंका सारडा, ग़ज़ल गायक राजू दास विशेष रूप से उपस्थित थे। राष्ट्रगान के पश्चात् राज्यपाल महोदय के आतिथ्य में चाय, जलपान के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।