मुंबई। महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना में जारी खींचतान के बीच शिवसेना ने अपने रुख को और कड़ा करते हुए कहा कि वह राज्य में पचास-पचास के फॉर्मूले के बिना भाजपा को समर्थन नहीं देगी तथा उन्हें सरकार बनाने की कोई जल्दी नहीं है।
पार्टी के विधायकों को यहां संबोधित करते हुए शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना विपक्षी पार्टी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ संपर्क में है और वो चाहते हैं कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कोई शिवसैनिक बने।
ठाकरे ने कहा कि हम जानना चाहते है कि हमें दिए आश्वासन का क्या हुआ। हमने चुनावों से पहले भाजपा की मजबूरी को समझा लेकिन मैं भी अपनी पार्टी चलाना चाहता हूं।
उन्होंने कहा कि मैं तब तक उनसे बात नहीं करूंगा जब तक वह अपने आश्वासन पर स्पष्टीकरण नहीं देते। यदि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और हमारे बीच के समझौते के बारे में नहीं पता तो पहले उन्हें पहले यह स्पष्ट करना चाहिए।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में अपने दम पर सरकार बनाने के लिए भाजपा को 145 सीटों की जरुरत थी लेकिन उसे विधानसभा चुनावों में 105 सीटें ही प्राप्त हुई है। उसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना समर्थन देने के लिए 50:50 फॉर्मूले की मांग को लेकर अड़ी हुई है। वह ढाई-ढाई साल दोनों पार्टियों के मुख्यमंत्री बनाने की बात कह रहे हैं। भाजपा को हालांकि यह फार्मूला स्वीकार नहीं है और वह पांच वर्षों तक अपनी ही पार्टी का मुख्यमंत्री चाहती हैं।