मुंबई। शिवसेना नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने असम के गुवाहाटी में डेरा डाले हुए बागी विधायकों पर कटाक्ष किया और कहा कि उन्हें देर-सबेर मुंबई लौटना होगा।
शिवसेना की अयोग्यता याचिका पर 16 बागी विधायकों को नोटिस देने वाले डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल की तस्वीर पोस्ट करते हुए राउत ने ट्वीट किया कि विधायक गुवाहाटी में लंबे समय तक नहीं रह पाएंगे और उन्हें मुंबई के चौपाटी लौटना होगा।
इस बीच शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने 40 से ज्यादा विधायकों का एक बड़ा समूह बना लिया है। उनकी बगावत से राज्य में महा विकास अघाड़ी सरकार के लिए खतरे की स्थिति निर्मित हो गई है। वहीं सत्तारुढ़ शिवसेना-कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने इन सभी घटनाओं में भारतीय जनता पार्टी के शामिल होने का आरोप लगाया है।
शिवसेना फिर से मजबूती से खड़ी होगी : खैरे
शिवसेना के वरिष्ठ नेता और चार बार के पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे ने रविवार को कहा कि शिवसेना का मतलब संघर्ष है, इसलिए उन्हें उम्मीद कि बागी विधायको के समूह के संकट समाधान होगा और पार्टी फिर से खड़ी होगी।
खैरे ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि औरंगाबाद जिले के लोगों को शिवसेना पर भरोसा हैं और वे शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहेब ठाकरे के विचारों से प्रेरित हैं। यह जिला उनका गढ़ है और पार्टी फिर से मजबूती से खड़ी होगी।
उन्होंने कहा कि इस बार सरकार के जरिए मिलने वाला फंड उद्धव ठाकरे की सिफारिश पर दिया गया है। उन्होंने कहा कि बीमारी के कारण वह आगे नहीं आए और कुछ लोगों ने इसका फायदा उठाया। यह फंड जनता से मिलने वाले करों से एकत्र किया जाता है। उन्होंने बागी विधायकों को सलाह दी कि वे संकट को न बढ़ाते हुए लोगों के भलाई के लिए काम करे।