अजमेर। कला एवं साहित्य की अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती की अजमेर ईकाई की ओर से अजमेर में पहली बार स्कूली बच्चों और अभिभावकों के लिए कलांकन शिविर का आयोजन किया गया है। राजकीय सावित्री बालिका विद्यालय में 7 मई से शुरू हुए इस शिविर में बडी संख्या में प्रशिक्षणार्थी विभिन्न विधाओं का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। शिविर 6 जून तक आयोजित किया जाएगा।
खास बात यह है कि प्रशिक्षण अवधि के दौरान ही कलासाधक अपनी कला का प्रदर्शन भी कर रहे हैं। प्रशिक्षणार्थी की ओर शहर की प्रमुख जगहों पर बनाई गई रंगोली को खूब दाद हासिल हो रही है। गुरुवार को सांई बाबा मंदिर में मनमोहक रंगोली बनाई गई। इससे पहले सीजेएम मॉल, दैनिक भास्कर समाचार पत्र कार्यालय परिसर, माहेश्वरी पब्लिक स्कूल में आकर्षक रंगोली संजाई गई।
नाट्य प्रशिक्षण
राष्ट्रीय स्तर के नाट्यकर्मी एवं प्रशिक्षक संदीप लेले एवं अन्य विख्यात आमंत्रित प्रशिक्षकों द्वारा एक माह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शाम 5:30 बजे से शाम 7 बजे तक चलने वाले इस नाट्य प्रशिक्षण में 12 से 40 आयुवर्ग के प्रशिक्षणार्थी भाग ले रहे हैं। इसके लिए न्यूनतम शुल्क 300 रुपए रखा गया है।
चित्रकला प्रशिक्षण
राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय विख्यात चित्रकर्मी द्वारा यह प्रशिक्षण 15 दिन का रहेगा। इसमें भी 12 साल से लेकर 40 साल तक आयुवर्ग के प्रशिक्षणार्थी भाग ले रहे हैं। आयु के हिसाब से तीन वर्ग बनाए गए हैं। कॉलेज व अन्य वरिष्ठजन, कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थी, कक्षा 5 से 8 तक के स्कूली बच्चे। स्कूल सभी वर्ग के प्रशिक्षणार्थियों को स्कैच फाइल, पैंसिल निशुल्क प्रदान किए गए हैं। अन्य सामग्री जैसे कलर, ब्रश, प्लेट आदि खुद को लाना होता है।
रंगोली प्रशिक्षण
रंगोली के जाने माने विख्यात कला साधक संजय सेठी, अल्का शर्मा, जयश्री हरसोलेकर, विनायक वाघ, सारिका विनायक वाघ, सुचिता चापनेरकर प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं। पांच पांच दिन का यह प्रशिक्षण 7 मई से प्रारंभ हुआ है। न्यूनतम शुल्क सिर्फ 200 रुपए में इस विधा को सीखा जा सकता है।