जयपुर। राजस्थान सरकार ने भरतपुर जिले में संत विजयदास के आत्मदाह करने की घटना की जांच प्रमुख शासन सचिव स्तर के अधिकारी से कराने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार देर रात कहा कि मुझे दुख है कि जब सरकार ने उनकी मांगों पर सैद्धांतिक सहमति दे दी थी तो उन्हें किन परिस्थितियों में यह दुर्भाग्यपूर्ण कदम उठाना पड़ा। इस घटना की जांच प्रमुख शासन सचिव स्तर के अधिकारी से करवाने का निर्णय लिया है। साथ ही, विजय बाबा के परिजनों को पांच लाख रुपए की सहायता राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष से दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संत विजय बाबा का निधन बेहद दुखद है। हमने उन्हें बचाने के हरसंभव प्रयास किए एवं उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाईं। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की।
उल्लेखनीय है कि अवैध खनन के खिलाफ 551 दिनों तक चले आंदोलन में संत विजयदास ने गत 20 जुलाई को भरतपुर जिले में डीग क्षेत्र के पसोपा में खुद को आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास करने के बाद उन्हें जयपुर और बाद में दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन शुक्रवार देर रात उनकी मौत हो गई।
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