तुम मुझे खून दो…
मैं तुम्हे ३ बजे तक रिपोर्ट दूंगा.. ‘
– गुप्ता पैथोलॉजी
मास्टर – आज तुमको मुहावरे पढ़ाऊंगा
“हाथ कंगन तो आरसी क्या”
इस मुहावरे का अर्थ कौन बतायेगा ?
पप्पू – मैं बताऊँ मास्टर जी
मास्टर – हां बता
पप्पू – हाथ कंगन तो आरसी क्या…
इसका मतलब
जो लड़कियां हाथ में कंगन पहनकर
स्कूटी चलाती हैं
पुलिस उनसे आर सी नहीं मांगती…
मास्टर बेहोश…
टीचर – “ख़ुशी का ठिकाना ना रहा”
इस मुहावरे का क्या मतलब है ?
पप्पू – ख़ुशी घर वालों से छिपकर
रोजाना अपने बॉयफ्रेंड से मिलने जाती थी
एक दिन उसके पापा ने बॉयफ्रेंड के साथ देख लिया
और ख़ुशी को घर से निकाल दिया
अब बेचारी “ख़ुशी का ठिकाना ना रहा”
टीचर बेहोश
संता: तेरा भाई आजकल क्या कर रहा है?
बंता: एक दुकान खोली थी, पर अब जेल में है!
संता: वो क्यों?
बंता: दुकान हथोड़े से खोली थी!