कोलकाता। वरिष्ठ भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी अर्नब घोष से बुधवार को लगातार दूसरे दिन शारदा चिट फंड घोटाला मामले की जांच में केन्द्रीय जांच ब्यूरो के अधिकारियों ने दोबारा पूछताछ की। इस मामले में अर्नब से बुधवार को लगभग 10 घंटे तक पूछताछ की गई।
सीबीआई ने कोलकाता के पूर्व आयुक्त राजीव कुमार को भी समन भेजा था लेकिन अपने अवकाश का हवाला देते हुए उन्होंने सात दिनों की मोहलत देने के लिए एक पत्र लिखा था जिसके बाद उनका मामला कोलकाता उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया गया।
केंद्रीय जांच एजेंसी सीजीओ कॉम्प्लेक्स में सीबीआई के अधिकारियों के सामने पूर्व अपराध जांच विभाग प्रमुख अर्नब घोष को पद से हटा दिया था, जिसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने उनसे कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों की तलाश में नए सिरे से पूछताछ करने के लिए कहा था जो शीर्ष न्यायालय के आदेश के बाद विशेष जांच टीम ने सीबीआई को कई करोड़ों के घोटाले का मामला सौपा था जिसके बाद से वह उपलब्ध नहीं थे। पूछताछ की प्रक्रिया अभी जारी है। विधाननगर
पुलिस ने दो स्टील के ट्रंक में रखे दस्तावेज आज सीबीआई को सुपर्द किए।
कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त राजीव कुमार को आज न्यायिक हस्तक्षेप के लिए कोलकाता उच्च न्यायालय ले जाया गया जिनसे सोमवार को सीबीआई ने जवाब तलब किया और आगे की पूछताछ के लिए सात दिनों तक हिरासत में भेजा।
सीबीआई ने राजीव कुमार को भी पूछताछ के लिए सोमवार को उसके कार्यालय में उपस्थित होने को कहा था लेकिन वह एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हुए। उन्होंने सीबीआई से कहा कि वह छुट्टी पर हैं। अधिकारियों के मुताबिक एसआईटी की अगुवाई करने वाले कुमार के खिलाफ नए सिरे से नोटिस जारी नहीं किया गया।
कुमार ने पत्र भेजकर छुट्टी पर होने का हवाला देते हुए इस मामले में अधिकारियों के समक्ष पेश होने के लिए सीबीआई से कुछ और वक्त मांगा है। अधिकारियों ने बताया था कि विधाननगर आयुुक्तालय के तत्कालीन उपायुक्त (जासूसी विभाग) अर्णब घोष और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को कोलकाता स्थित सीबीआई के दफ्तर में पूछताछ के लिए समन किया गया है।