भला हो हनी सिंह और जॉन सीना का..
जिसने आज के बच्चो को फैशन के नाम पे बाल बारीक़ छोटे रखना सीखा दिया..
हमारी तो सबसे ज्यादा कुटाई ही बालो को लेके हुई थी।।
हम दिलजले के अजय देवगन बनके घूमते थे,
और जिस दिन पापा के हाथ लग जाते
उस दिन नाईं की दुकान से क्रन्तिविर के नाना पाटेकर बनाके ही घर लाते थे।
वो लड़कियां भी किसी आतंकवादी से कम नही हुआ करती थी…
जो टिचर के क्लास मे आते ही याद
दिला देती है ..
सर आपने टेस्ट का बोला था…! 😛
पप्पु की गाड़ी कीचड मे फँस गई ..
टप्पु : क्या हुआ पप्पु
पप्पु : गाड़ी फँस गई यार अब इंतजार कर रहा हूँ
टप्पु : किसका
पप्पु : निरमा वाली तीन औरतों का..