कल जो मैंने एक बच्चे से पूछा:
पढ़ाई कैसी चल रही है?
उसका जवाब आया
अंकल,
समंदर जितना सिलेबस है;
नदी जितना पढ़ पाते हैं;
बाल्टी जितना याद होता है;
गिलास भर लिख पाते हैं;
चुल्लू भर नंबर आते हैं;
उसी में डूब कर मर जाते हैं।
टीचर छात्र से:
आयात और निर्यात का एक अच्छा सा उदाहरण बताओ.
छात्र:
सोनिया गांधी और सानिया मिर्ज़ा..
टीचर:
तुम्हारे चरण कहाँ हैं बेटा ।
छात्र (भगवान से):
हज़ारो की किस्मत तेरे हाथ है,
अगर पास करदे तो क्या बात है!
परीक्षा के बाद …
भगवान:
गर्लफ्रेंड थोड़ी कम पटाता तो क्या बात थी,
किताबे तो सारी तेरे पास थी 😀