सबगुरु न्यूज-सिरोही। शराब तस्करी के मामले में सिरोही जिले के जिस थाने की भूमिका सबसे संदिग्ध नजर आ रही है वो है सरूपगंज। खुदको संदिग्ध बनाने का काम सरूपगंज थाने ने खुद ही किया है।
जिस दिन सरूपगंज थाने के करीब दस किलोमीटर की दूरी पर हाइवे से सटे इलाके में शराब की खेप पकड़ी गई। उसके दूसरे ही दिन सरूपगंज थानाधिकारी ने बहादुरी दिखा दी। उन्होंने इस मार्ग से जा रहे करीब हरियाणा निर्मित अंग्रेजी शराब के करीब 1700 कार्टन से भरा ट्रक पकड़ लिया।
ये बहादुरी वो पिछले 15 दिनों से नहीं दिखा पाए थे। आखिर सरूपगंज थानाधिकारी या वहां के स्टाफ का ऐसा कौनसा सोर्स है जो उसी समय एक्टिव हुआ जब भारजा के पास 30 मई को पकड़े गए हरियाणा निर्मित शराब के करीब 1800 कार्टन बरामद हुए।
-इससे पहले तीन महीने की ये कार्रवाई मिली
सरूपगंज थाने की पिछले तीन महीनों की शराब की कार्रवाइयों की सबगुरु न्यूज ने मीडिया रिपोर्ट और प्रेस नोट खंगाले। इसमें जो जानकारी मिली उसमें इससे पहले कभी भी सरूपगंज पुलिस द्वारा इतनी बड़ी कार्रवाई नहीं की गई।
वर्तमान थानाधिकारी छगन डांगी ने तत्परता दिखाते हुए 11 मार्च को दो अलग-अलग कार्रवाई की गई। जीजे नम्बर की एक में इंडिका में 170 पव्वे तथा जीजे नम्बर की जायलो में पांच कार्टन बरामद किए थे। दोनों कार्रवाइयों में दो-दो जनों को गिरफ्तार किया था। 17 मार्च को टोयोटा कोरोला में 27 कार्टन बरामद करके दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
सबसे बड़ी खासियत ये कि ये तीनों ही कार्रवाईयां सरूपगंज टोल नाका पर की गई। वहीं टोल नाका जहां से 31 मई को पकड़ा गया कंटेनर पिछले 15 दिनों से निकला और सरूपगंज थाने के बाहर से होता हुआ निकल गया।
इसे सरूपगंज पुलिस इतने दिन तक नहीं पकड़ पाई, लेकिन जैसे ही बाहर के आए आबकारी विभाग के दल ने 30 मई को कार्रवाई की वैसे ही सरूपगंज पुलिस ने जादुई अंदाज में इस ट्रक को पकड़कर इसमें से 1705 कार्टन अंग्रेजी शराब के पकड़ लिए। जिनके ब्रांड भी वही थे जो भारजा मे आबकारी पुलिस ने पकड़े थे।
वैसे 10 अप्रेल को 31 ग्राम स्मैक के साथ 4 अभियुक्तों को गिरफ्तारी और 4 मार्च को सरूपगंज के रीको क्षेत्र में दस किलो गांजा के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया गया।
-टोल नाके पर कार्रवाई
पुलिस ने बुधवार को सरूपगंज टोलनाके पर कार्रवाई की। कोविड प्रोटोकॉल के उल्लंघन को लेकर ये कार्रवाई करना बताया जा रहा है। थानाधिकारी छगन डांगी ने बताया कि यह रुटीन कार्रवाई थी। सीओ स्तर पर की गई थी, कोविड प्रोटोकॉल की पालना के लिए ऐसी कार्रवाई वहां निरंतर की जाती है।
लेकिन, इस कार्रवाई को शराब तस्करी से जोड़कर देखा जा रहा है। सरूपगंज पुलिस द्वारा पकड़े गए शराब के ट्रक को पकडऩे के सीसीटीवी फुटेज टोल नाके द्वारा मीडिया में जारी कर दिए गए थे। इसमें वो पर्चियां भी जारी की गई थी, जिसमें पकड़े गए ट्रक का फास्टटैग के माध्यम से टोल कटा था।