सरूपगंज(सिरोही)। सरूपगंज के पास भील समाज का दो दिवसीय भूरिया बाबा के नाम से मशहूर सरतानेश्वर लौटाना मेला सोमवार को हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। पाली मेवाड़ तथा सिरोही जिले की सामाजिक लोगों ने सामाजिक रीति रिवाज के अनुसार परंपराओं का निर्वहन करते हुए वर्षों से चल रही परिपाटी के अनुसार रस्में निभाई।
पहले दिन की रात्रि बजे पग घुंघरू
रविवार रात्रि से शुरू हुए इस मेले में समाज के रोई व भीतरोट परगना की जाजम बिछाने के बाद दूर-दूर से पधारे हुए लोगों ने अपनी श्रद्धा अनुसार मालपुए का भोग लगाया। समाज की जाजम पर कई समाज विकास के निर्णय लिए गए परगनों के टीलेदारों का सम्मान किया गया। गठित कमेटी ने अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए निगरानी की भूमिका निभाई, मैलार्थियों ने पग घुंघरू बांध रात भर नृत्य का समां बांधे रखा।
अताईया पर खूब हुई आवभगत
मेले में दूर दूर से आए समाज के लोगों ने अपने अताईया,(अस्थाई ठहराव) स्थल बनाए जहां अपने अपने करीबी रिश्तेदारो को सम्मान से बुलाकर आदर सत्कार और मेहमान नवाजी की रीत निभाई।
मेले में मनोरंजन और खरीददारी
दिन में विभिन्न प्रकार के सामाजिक रीति अनुसार नृत्य गान का आयोजन हुआ। ढोल थाली वाद्य यंत्रों के साथ प्रदर्शन हुए, मेले में मौत का कुआं झूले में विभिन्न स्थानों पर मनोरंजन के लिए खासी तादाद दिखाई दी विभिन्न परिधानों में सजे लोग खाद्य पदार्थ पर आदि का भरपूर लुत्फ उठाया।