अजमेर। सेवा भारती समिति अजमेर से संबद्ध श्रीराम-जानकी सर्वजातीय सामूहिक विवाह समिति की ओर से इस साल भी आगामी 8 नवंबर देवउठनी ग्यारस के दिन सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। सोमवार को सम्मेलन के पोस्टर व बैनर का विमोचन किया गया।
प्रस्तावित विवाह सम्मेलन के बारे में जानकारी देते हुए समिति सदस्यों ने बताया कि बीते साल 34 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया था। इस बार अब तक 21 जोड़ों का पंजीकरण किया जा चुका है। समाज के कुछ भामाशाहों ने 10 जोडों की शादी पर होने वाले खर्च को उठाने का जिम्मा भी लिया है।
समाज में आज भी ऐसा बडा वर्ग है जिनके लिए खर्चीले विवाह चिंता का विषय हैं। जीवन में समय पर विवाह करना महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है पर कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण यह पवित्र कार्य बोझ लगने लगता है। समिति ऐसे जरूतमंद परिवारों से संपर्क कर सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन में विवाह संस्कार कराने को प्रेरित करती है साथ ही समाज के संपन्न लोगों से सहयोग देने का आहवान भी करती है। इस विवाह समारोह को संत महंतों का आशीर्वाद एवं सानिध्य मिलेगा। इस मौके पर चित्रकूट धाम पुष्कर के संत पाठकजी महाराज द्वारा सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन के पोस्टर का भी विमोचन किया गया।
सामूहिक विवाह सम्मेलन के लिए नियमावली तय की गई है। इसके तहत प्रत्येक वर-वधु को अलग-अलग 5100 रुपए पंजीयन के समय जमा कराने होंगे। विवाह योग्य जोडों का पंजीयन 20 अक्टूबर तक ही किया जाएगा। कन्या की उम्र न्यूनतम 18 साल तथा युवक की उम्र 21 साल होना अनिवार्य है। निर्धारित आवेदन पत्र के साथ तीन फोटो संलग्न कर जमा कराया जा सकता है। वर व वधु पक्ष के 40-40 व्यक्तियों को भोजन कूपन दिए जाएंगे। अतिरिक्त संख्या होने की सूचना पूर्व में देनी होगी। पंजीयन के लिए मोबाइल 9352008347, 9414258591, 9414708568, 9414252067, 7597072806 पर संपर्क किया जा सकता है।
प्रेस वार्ता में पुष्कर स्थित चित्रकूट धाम के महंत पाठकजी महाराज, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अजमेर महानगर संघचालक सुनील दत्त जैन, डॉ हेडगेवार स्मृति सेवा प्रन्यास अजमेर के अध्यक्ष पुरुषोत्तम परांजपे व सेवा भारती चित्तोड़ प्रान्त के प्रांत सहमंत्री मोहन खंडेलवाल, सेवाभारती अजमेर के अध्यक्ष मोहन सिंह यादव, विभाग मंत्री प्रदीप शर्मा समेत समिति के सदस्य उपस्थित थे।
आप भी जानें क्या है सेवा भारती
सेवा भारती, समाज के निर्धन, पीडित, वंचित, उपेक्षित बंधुओं की सेवार्थ एक अखिल भारतीय संस्था है। शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, सामाजिक आदि क्षेत्रों में सेवा कार्यों के साथ विभिन्न गतिविधियां भी संचालित करती है, जैसे बाल संस्कार केन्द्र, कोचिंग, वाचनालय, सेवा भारती बाल विद्यालय, सेवाधाम छात्रावास, मोबाइल वेन चिकित्सालय, न्यूरोपैथी उपचार केन्द्र, सदसाहित्य पुस्तकालय, आयुर्वेद व एक्यूप्रेशर, होम्योपैथी चिकित्सा केन्द्र, भोजनशाला, कंमप्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र, महिला सिलाई प्रशिक्षण, महिला भजन प्रतियोगिता आदि। राष्ट्रीय सेवा भारती की ओर से देशभर में 1, 70,000 से अधिक सेवा कार्य संचालित किए जाते हैं। राजस्थान में समिति के तत्वावधान में 1550 सामूहिक विवाह संपन्न कराए जा चुके हैं।