जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर में भूंगरा त्रासदी के मृतकों एवं घायलों को मुआवजा, मृतक के आश्रित को सरकारी नौकरी सहित अन्य मांगों को लेकर सर्व समाज ने आज जोधपुर शहर में आक्रोश रैली निकाली।
राजपूत समाज सहित सर्व समाज के लोग महात्मा गाँधी अस्पताल के बाहर एकत्रित हुए और दोपहर में आक्रोश रैली के रुप कलेक्ट्रेट के लिए रवाना हुए। रैली में लोग काले झंडे लिए हुए चल रहे थे और रैली अस्पताल से सोजती गेट, नई सड़क होते हुए अपराह्न लगभग तीन बजे कलेक्ट्रेट परिसर पहुंची।
रैली के मद्देनजर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया। बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर लोगों ने कलेक्ट्रेट में घुसने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
बाद में लोग कलेक्ट्रेट के बाहर ही धरने पर बैठ गए। इसके बाद एक प्रतिनिधिमंडल जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता को ज्ञापन देने गया जहां मांगों पर सहमति नहीं बन पाने पर प्रतिनिधिमंडल जिला कलेक्टर के चैंबर में ही धरने पर भी बैठे।
मारवाड़ राजपूत सभा जोधपुर ने मांग की कि हादसे के मृतकों के परिजनों को 50-50 लाख एवं घायलों को 25-25 लाख रुपए का मुआवजा मिले। मृतक के एक परिजन को सरकारी नौकरी और घायल के परिवार में एक को संविदा पर नौकरी, अपनी जान देकर घायलों को बचाने वाले सुरेंद्र सिंह को वीरता पुरस्कार एवं परिवार को विशेष सहायता, लोगों को बचाने में अपनी जान गंवाने वाले मेकअप मैन दिलीप सैन के परिजनों के लिए विशेष पैकेज, अनाथ हुए बच्चे रावल सिंह की परवरिश एवं शिक्षा के लिए विशेष सहायता, गैस एजेंसी पर मुकदमा दर्ज कर कंपनी से भी मुआवजा दिलवाया जाए।
उल्लेखनीय है कि गत आठ दिसंबर को जोधपुर जिले के शेरगढ़ स्थित भूंगरा गांव में एक शादी समारोह गैस सिलेंडर विस्फोट में कई लोगों के झुलसने से लगभग तीन दर्जन लोगों की मौत हो गई जबकि करीब बीस लोग अस्पताल में भर्ती है।
मुख्यमंत्री सहायता कोष से मृतकों को दो-दो लाख और घायलों को एक-एक लाख रुपए की मदद दी गई है लेकिन मारवाड़ राजपूत सभा का कहना है कि इतनी बड़ी गैस त्रासदी में यह मदद बहुत कम है।