सबगुरु न्यूज। आगामी एक अगस्त शनिवार को भोग और भाग्य के कारक शुक्र ग्रह अपनी खुद की वृष राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद शुक्र एक सितंबर सुबह तक इसी राशि में रहेंगे।
शुक्र की स्थिति का प्रभाव सभी राशि के जातकों पर पड़ेगा। इसके चलते हर कोई आने वाले समय में खुद को इस परिवर्तन के प्रभाव में पाएगा। वहीं सावन माह के अंतिम छह दिनों में यानी तीन अगस्त तक कई शुभ मुहूर्त भी हैं। इन मुहूर्त में किसी भी शुभ काम की शुरुआत की जा सकती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हमारे भाग्य का कारक ग्रह शुक्र और भौतिक वस्तुओं का स्वामी ग्रह का राशि परिवर्तन किसी के लिए शुभ किसी के लिए परेशानी का कारक रहेगा। शुक्र मिथुन राशि में गोचर के साथ ही राहु की युति भी बनेगी। वही धनु राशि में गुरु के साथ केतु भी मौजूद होंगे।
इन ग्रहों का आपस में समसप्तक योग बनेगा। इन ग्रहों की एक दूसरे के 7 वें घर में दृष्टि होगी। ज्योतिष शास्त्र में गुरु और शुक्र एक दूसरे के शत्रु माने जाते हैं। ऐसे में दो ग्रहों की दृष्टि कुछ राशियों के लिए अशुभ प्रभाव दे सकती है। लेकिन पांच राशि वालों को सप्तक योग का अच्छा लाभ मिलने वाला है। मेष, कर्क, कन्या, वृश्चिक, मकर, कुंभ, मीन राशि वाले जातकों को विशेष ध्यान रखना होगा। हालांकि कुंडली में बैठे ग्रहों के हिसाब से ज्यादा बेहतर परिणाम सामने आएंगे।
ज्योतिष के जानकारों की माने तो सावन माह के अंतिम छह दिनों में यानी तीन अगस्त तक शुभ योग भी बनेंगे। साथ ही में चार दिन कई शुभ मुहूर्त भी हैं। इन मुहूर्त में किसी भी शुभ काम की शुरुआत की जा सकती है। तीन अगस्त को रक्षाबंधन मनाया जाएगा।
29 जुलाई दो और तीन अगस्त को शुभ योग बनेंगे। इस योग में शुरू किए गए शुभ काम जल्दी ही पूरे हो सकते हैं। इसलिए सर्वार्थ सिद्धि योग कहा जाता है। 29 जुलाई को फिर से अमृत सिद्धि योग बन रहा है। इन तीनों योगों में किसी भी शुभ काम की शुरुआत की जा सकती है।