झुंझुनूं। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डा सतीश पूनियां ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रदेश में भू माफिया पर नकेल कसने के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि इस सरकार की फितरत है कि सांप निकलने के बाद वह लाठी पीटती है।
डा पूनियां आज झुंझुनूं जिले में जन आक्रोश यात्रा को लेकर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि चार वर्षों में सरकार को गृहमंत्री नहीं मिल पाया। चार साल का कार्यकाल पूरा हो जाने के बाद अब भू माफियाओं पर नकेल कसने की बात कही जा रही है। कांग्रेस सरकार में क्या कोई भी काबिल नेता नहीं था जो गृह मंत्रालय का भार संभाल सके।
उन्होंने कहा कि जब से प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी है तब से लेकर अब तक 8 लाख 31 हजार मुकदमे दर्ज हुए हैं। प्रदेश में हर रोज सात हत्या एवं 17 बलात्कार हो रहे हैं और मुख्यमंत्री चार साल बाद कह रहे है कि प्रदेश में अपराधियों पर लगाम लगाई जाएगी। यह तो सांप निकले के बाद लाठी पीटने वाली बात हो गई। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय, प्रशासन एवं पुलिस के बीच में जो गैप है वो अपराध का बड़ा कारण है। दूसरा राजनीतिक संरक्षण, राजनीति का पुलिस में दखल ऐसे बहुत से कारण जिसने ने प्रदेश में पुलिस को कमजोर कर दिया।
सरदारशहर में हुए विधानसभा उपचुनाव पर उन्होंने कहा कि भाजपा ने पूरी ताकत से चुनाव लड़ा था। लेकिन उस सीट पर एक परिवार एक व्यक्ति का लंबे अरसे से दखल रहा है। स्थानीय समीकरण भी भाजपा के पक्ष में नहीं थे। आजादी से लेकर अब तक सोलह चुनाव हुए हैं। जिसमें भाजपा एक बार चुनाव जीत पाई है।
डा पूनियां ने कहा कि वर्ष 2013 में जब भाजपा की प्रचंड लहर थी तब भी भाजपा की हार हुई थी। अधिकांश उपचुनाव प्रत्याशी के निधन के बाद हुए है। कांग्रेस पार्टी ने उन्ही परिवारों पर दांव लगाया है। सहानुभूति बड़ा कारण होता है जिसका लाभ कांग्रेस को मिला है। लेकिन 2023 चुनाव उसके विपरीत होंगे। जो मुद्दे प्रदेश में गूंज रहे उनका असर साफ नजर आएगा।
गुजरात में मिली जीत पर डा पूनियां ने कहा कि गुजरात में सुरक्षा बडा मुद्दा था। वहां की जनता को शांति, सुरक्षा और समृद्धि चाहिए थी, जो भाजपा के शासन मिली है। इसलिए वहां की जनता ने भाजपा पर विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि गुजरात की जीत वहां तक समिति नहीं है, वहां की जीत राजस्थान पर प्रभाव डालेगी।